नई दिल्ली: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब अपने विवादित और बेतुके बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में रहते हैं. लिचिंग की घटनाओं पर उन्होंने एक बार फिर से ऐसा ही बयान दिया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को अगरतला एयरपोर्ट के दोबारा नाम रखने पर देब ने विवादित बयान दिया है. उसके बाद रिपोर्टर ने जब लिचिंग पर बिप्लब देब से पूछा तो उन्होंने कहा- "मुझे लगता है कि आप सभी को सोचना चाहिए कि आज यह त्रिपुरा में खुशी की लहर है. आपको इस खुशी की लहर का आनंद लेना चाहिए और आप खुश हो जाओगे. आपको एक बार सोचना चाहिए, मेरे चेहरे को देखो, मैं कितना खुश हूं."

देब अगरतला एयरपोर्ट का नामकरण महाराजा बीर बिक्रम माणिक्य किशोर हवाई एयरपोर्ट रूप में करने का जिक्र कर रहे थे. हालांकि राज्य बीजेपी या मुख्यमंत्री कार्यालय ने अभी तक इसे स्पष्ट करने के लिए कोई बयान जारी नहीं किया है.

विवाद के साथ देब का है पुराना नाता त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने पिछले दिनों कहा था कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके छात्रों को सिविल सेवाओं का चयन नहीं करना चाहिए. देब ने अगरतला के प्रज्ञा भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, "मैकेनिकल इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले लोगों को सिविल सेवाओं का चयन नहीं करना चाहिए. समाज का निर्माण करना है. सिविल इंजीनियरों के पास यह ज्ञान है ... क्योंकि जो लोग प्रशासन में हैं उनको समाज का निर्माण करना है. "

उन्होंने कहा कि पहले कला स्नातक सिविल सेवा परीक्षा में बैठते थे और अब मेडिकल और इंजीनियरिंग स्नातक सेवा में आ रहे हैं. बीजेपी नेता बिप्लब देब ने कहा कि सिविल सेवा अधिकारी हरफनमौला होने चाहिए क्योंकि सभी क्षेत्रों के विशेषज्ञों की सबसे अधिक मांग है.