TMC MP Derek O'Brien Suspended From Parliament: तृणमूल कांग्रेस (TMC) के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन (Derek O'Brien) को राज्यसभा (Rajya Sabha) के वर्तमान सत्र की कार्यवाही निलंबित कर दिया गया है. उन्हें रूल बुक चेयर की तरफ फेंकने के मामले में सदन के इस सत्र से निलंबित किया गया है. डेरेक ओ ब्रायन ने वोटर कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने वाले बिल पर बहस के दौरान रूल बुक चेयर की तरफ फेंकी थी, जिस पर भूपेंद्र यादव (Bhupender Yadav) और पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने उस दौरान आपत्ति भी दर्ज करवाई थी.


संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने डेरेक ओ ब्रायन को सदन वर्तमान शीतकालीन सत्र की कार्यवाही से निलंबित करने का प्रस्ताव सदन में रखा, जिसे बहुमत से पास किया गया.


अपने निलंबन के बाद डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर कहा, "पिछली बार मैं राज्यसभा से तब निलंबित हुआ था, जब सरकार ज़बरदस्ती कृषि कानून लेकर आई थी. हम सभी ने देखा उसके बाद क्या हुआ. आज, तब सस्पेंड हुआ जब बीजेपी संसद का मज़ाक उड़ाते हुए ज़बरदस्ती निर्वाचन कानून (संशोधन) विधेयक 2021 को पास रही थी और मैं उसका विरोध कर रहा था. उम्मीद है कि ये बिल भी जल्द ही वापस लिया जाएगा."


 






ये 12 सांसद पहले से हैं निलंबित


आपको बता दें कि इसी सत्र के दौरान 12 राज्यसभा सांसदों को भी निलंबित किया गया है, जिसके चलते विपक्ष लगातार उनके निलंबन को रद्द करने की मांग को लेकर संसद में हंगामा कर रहा है. जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं.


विपक्ष इन सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग कर रहा है जबकि सरकार का कहना है कि जब तक ये सदस्य माफी नहीं मांगेंगे तब तक उनका निलंबन रद्द नहीं किया जाएगा. इसी वजह से सदन में सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध बना हुआ है और कार्यवाही बार-बार बाधित हो रही है.  


राज्यसभा में पीठासीन अध्यक्ष डॉ सस्मित पात्रा ने आज सदन में निर्वाचन कानून (संशोधन) विधेयक 2021 को पारित किए जाने के दौरान तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन की ओर से नियमावली पुस्तिका आसन की ओर उछाले जाने का जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘‘डेरेक ओ ब्रायन ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया था जिस पर उप सभापति ने व्यवस्था दी थी. इसके बाद डेरेक ओ ब्रायन ने राज्यसभा की नियमावली की पुस्तिका उछाल दी. उन्होंने कहा कि स्पष्ट रूप से पुस्तिका आसन की ओर उछाली गई थी जो आसन को, महासचिव को या किसी को भी लग सकती थी.’’


सदन के स्थगन से पहले डेरेक के व्यवहार पर क्षोभ व्यक्त करते हुए सदन के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह केवल टेबल ऑफिस का ही नहीं बल्कि पूरे देश का अपमान है.


उच्च सदन में ‘निर्वाचन विधि (संशोधन) विधेयक, 2021’ पर चर्चा के बाद जब इसे पारित करने की प्रक्रिया चल रही थी तब विपक्ष के कुछ सदस्यों ने अपने अपने संशोधनों पर मत विभाजन की मांग की. इस दौरान कुछ विपक्षी सदस्य लखीमपुर खीरी मामले को लेकर गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के इस्तीफे और 12 सदस्यों का निलंबन वापस लिए जाने की मांग करते हुए आसन के समक्ष हंगामा कर रहे थे.


इसी बीच तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, सुखेंदु शेखर राय, माकपा के जॉन ब्रिटास ने नियमों का हवाला देते हुए व्यवस्था का प्रश्न उठाया. उप सभापति हरिवंश ने कहा कि वह बार बार कह रहे हैं कि वह मत विभाजन के लिए तैयार हैं लेकिन इसके लिए आसन के समक्ष आए सदस्यों को अपने स्थानों पर जाना होगा. आसन की व्यवस्था पर असंतोष जताते हुए डेरेक ओ ब्रायन ने राज्यसभा की नियमावली पुस्तिका महासचिव की ओर उछाली और फिर तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सदन से वाकआउट कर गए.