पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले एक-एक कर राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेता एक-एक कर ममता बनर्जी का साथ छोड़ते जा रहे हैं. चुनाव प्रचार के दौरान आक्रामक रुख अख्तियार करने वाली भारतीय जनता पार्टी की कोशिश ममता की पार्टी को चुनाव से पहले कमजोर बनाने की है. टीएमसी नेता कुणाल घोष ने बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो और शुभेंदु अधिकारी के साथ मंगलवार को मुलाकात की. इसके बाद से अटकलें जोरों पर है.


कुणाल घोष के साथ बीजेपी नेताओं की यह बैठक बरईपुर के एक होटल में करीब 45 मिनट तक चली है. इसके बाद कुणाल घोष के दल-बदल को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है.


हालांकि, टीएमसी नेता ने दावा किया कि यह सिर्फ एक शिष्टाचार भेंट थी. जबकि, बाबुल सुप्रियो ने कहा कि यह मुलाकात अचानक हुई. शुभेंदु अधिकारी और बाबुल सुप्रियो कुलटोली से एक बैठक के बाद लौट रहे थे. जबकि, कुणाल घोष एक रैली के बाद वापसी कर रहे थे.


गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी माने जाने वाले शुभेंदु अधिकारी के बीजेपी में शामिल होने के बाद से राज्य में कई टीएमसी नेता ममता का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. बीजेपी इस बार के चुनाव में ममता को कड़ी टक्कर दे रही है. 2019 लोकसभा में 42 में से 18 लोकसभा सीट जीतने के बाद बीजेपी को कोशिश इस बार के चुनाव में ममता बनर्जी को सत्ता से हटाना है.


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