Ram Mandir Inauguration: अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को लेकर जारी सियासी वाकयुद्ध के बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता डेरेक ओब्रायन का बड़ा बयान आया है. ओब्रायन ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीब एक दशक पुराने बयान 'धर्म व्यक्तिगत है, त्योहार सभी के लिए' को याद करते हुए कहा कि इससे अच्छी बात नहीं कही गई. 


ओब्रायन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर ममता बनर्जी के 2011 में दिए इस बयान की लाइनों को भी शेयर किया है. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता का पोस्ट तब आया है जब केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने के लिए विपक्ष के नेताओं की आलोचना कर रही है. 


कांग्रेस के शीर्ष नेताओं मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार (10 जनवरी) को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के निमंत्रण को 'सम्मानपूर्वक अस्वीकार' कर दिया था. साथ ही पार्टी ने बीजेपी पर चुनावी लाभ के लिए इसे 'राजनीतिक इवेंट' बनाने का आरोप लगाया और जोर देकर कहा कि धर्म एक 'व्यक्तिगत मामला' है. 






सीताराम येचुरी अस्वीकार कर चुके हैं न‍िमंत्रण 
इससे पहले, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था. वाम दल ने कहा था कि धर्म एक व्यक्तिगत मामला है और इसे राजनीतिक लाभ के साधन में नहीं बदला जाना चाहिए. 


बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने मंगलवार (9 जनवरी) को आरोप लगाया था कि बीजेपी लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के माध्यम से 'नौटंकी' कर रही है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठान समारोह को लेकर ममता बनर्जी ने स्पष्ट कर दिया था कि वह कार्यक्रम में नहीं जाएंगी और न ही उनकी पार्टी कोई प्रतिनिधि समारोह में शामिल होगा. हालांकि, टीएमसी ने आधिकारिक तौर पर अपने फैसले की घोषणा नहीं की. 


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