नई दिल्ली: ममता बनर्जी के दिल्ली पहुंचते ही तृणमूल कांग्रेस आक्रामक हो गई है. ममता के दिल्ली पहुंचने के ठीक पहले पार्टी के संसदीय दल की बैठक हुई. बैठक में पेगासस जासूसी कांड पर सरकार पर हमला तेज़ करने का फ़ैसला किया गया. 


जासूसी कांड को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने सरकार पर हमला तेज़ करने का फ़ैसला किया है. आज शाम हुई संसदीय दल की बैठक में पार्टी ने फ़ैसला किया कि जासूसी कांड के मुद्दे पर संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग की जाएगी. बैठक के बाद लोकसभा में पार्टी के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि जबतक प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर संसद में बयान नहीं देते तबतक संसद की कार्यवाही चलने नहीं दी जाएगी. 


ममता बनर्जी के भतीजे और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी का नाम भी पेगासस जासूसी कांड में सामने आया है और सरकार पर उनका फोन टैप करने का आरोप है. अभिषेक बनर्जी लोकसभा के सांसद भी हैं.


आज ही दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले ममता बनर्जी ने राज्य में पेगासस जासूसी कांड की जांच के लिए दो सदस्यीय जांच आयोग गठित करने का ऐलान किया है. आयोग में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस मदन बी लोकुर और कोलकाता हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश ज्योतिर्मय भट्टाचार्य को सदस्य बनाया गया है. 


ममता बनर्जी के इस फ़ैसले पर लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले से ही सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच करवाने की मांग कर रही है. वहीं बीजेपी के दार्जिलिंग से लोकसभा सांसद राजू बिश्टा ने ममता बनर्जी के इस क़दम को ड्रामा क़रार दिया.



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