Arpita Ghosh Resignation: टीएमसी की अर्पिता घोष ने राज्यसभा सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है. सदन के सभापति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. एक अधिकारिक बयान में इस बात की जानकारी दी गई. अर्पिता घोष के अचानक इस्तीफे ने टीएमसी के ही कई सदस्यों को हैरान कर दिया है. बता दें कि अर्पिता घोष उन लोगों में शामिल थीं जिन्हें संसद सत्र में राज्यसभा में हंगामे के दौरान निलंबित कर दिया गया था.
थियेटर डायरेक्शन और अभिनय के क्षेत्र से जुड़ीं अर्पिता घोष ने साल 2010 में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया. सूत्रों के मुताबिक, अर्पिता घोष को संगठन में जिम्मेदारी दी जाएगी. तृणमूल के सूत्रों ने बताया कि आने वाले दिनों में वह संगठनात्मक स्थिति में अहम भूमिका निभाते नजर आएंगी.
अर्पिता घोष का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब पश्चिम बंगाल की एक सीट समेत राज्यसभा की छह सीटों पर चार अक्टूबर को चुनाव होना है. तृणमूल कांग्रेस ने सुष्मिता देव को मंगलवार को राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकित किया है. वह हाल में कांग्रेस छोड़कर टीएमसी में शामिल हुई थीं. पश्चिम बंगाल में राज्यसभा की सीट मानस भूनिया के विधानसभा चुनाव में पश्चिम मिदनापुर की सबांग विधानसभा सीट से जीत दर्ज करने के बाद रिक्त हुई है.