Excise officer RP Kirar: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के एक आबकारी अधिकारी का कहना है कि ‘शराब में सबसे ज्यादा ईमानदारी है.’ खंडवा जिले के आबकारी अधिकारी रामप्रकाश किरार (Ramprakash Kirar) का यह बयान किसी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर डाल दिया, जो वायरल हो गया है. किरार गुरुवार को खंडवा जिले के जिलाधिकारी के आदेश के बारे में मीडिया को बता रहे थे कि कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराक लगाये बगैर खंडवा जिले में किसी भी दुकान में किसी भी व्यक्ति को शराब की बिक्री नहीं की जाएगी. 

जब उनसे सवाल किया गया कि क्या शराब खरीदने से पहले व्यक्ति को कोविड टीकाकरण का प्रमाणपत्र दिखाना होगा, इस पर उन्होंने कहा, ‘नहीं, नहीं. केवल मौखिक है. शराब की दुकान पर सेल्समैन शराब खरीदने वाले व्यक्ति से पूछेगा कि क्या उसे दोनों खुराक लग गये हैं? यदि वह हां कहेगा तो उसे शराब बिक्री की जा रही है. जिसे दोनों खुराक लगे हों, उसी को दारू (शराब) दिया जाएगा. ’

'शराब में सबसे ज्यादा ईमानदारी'

उनसे जब सवाल किया गया कि वे झूठ बोलकर भी शराब खरीद सकते हैं, तो इस पर किरार ने कहा, ‘नहीं नहीं, शराब में सबसे ज्यादा ईमानदारी है.’ यह पूछने पर कि कैसे साबित करोगे कि शराब खरीदने वाले को दोनों टीके लगे हुए हैं, तो इस पर उन्होंने कहा, ‘यह तो आदमी की स्वयं की ईमानदारी पर है.’

सवाल करने पर कि कोई झूठ बोलकर शराब ले सकता है, तो इस पर उन्होंने कहा, ‘वह झूठ तो बोल सकता है, परंतु हमको यह उम्मीद है कि (दारू पीने वाले) आदमी सच बोलता है.’ उन्होंने कहा कि यह आदेश 31 दिसंबर तक जारी रहेगा, जब तक कि प्रदेश की पूरी पात्र जनता को कोरोना वायरस रोधी टीके की दूसरी खुराक न लग जाए. 

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