जयपुर:  राजस्थान में जयपुर के नगर निगम में राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत अनिवार्य करने का इलाहाबाद की मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी समर्थन करते हुए विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि जो लोग राष्ट्रगान के विरोधी हैं, उन्हें भारत में रहने का कोई अधिकार नहीं है. बता दें कि जयपुर में नगर निगम के कर्मचारी काम की शुरुआत राष्ट्रगान और काम का समापन राष्ट्रगीत से करेंगे.


राष्ट्रगान न गाने वाले किसी और मुल्क जा सकते हैं- मेयर

अभिलाषा गुप्ता ने कहा है कि जिन लोगों को इस फैसले और राष्ट्रगान गाने पर एतराज है, वह देश छोड़कर किसी दूसरे मुल्क में जा सकते हैं. मेयर अभिलाषा के मुताबिक़, भारत में रहने वाला कोई शख्स अगर राष्ट्रगान का विरोध करता है तो उसे देश में रहने का हक़ नहीं है. ऐसे लोगों के खिलाफ देशद्रोह की धारा के तहत केस दर्ज किया जाना चाहिए.

भोपाल में भी तैयारी

जयपुर नगर निगम के इस आदेश से प्रभावित होकर भोपाल के महापौर आलोक शर्मा भी इसके समर्थन में आ गए और जल्द भोपाल नगर निगम में भी राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत गाने को अनिवार्य करने की बात कही है.

बता दें कि जयपुर के महापौर आशीष लाहोटी के आदेश पर कल से ही पालन शुरू हो चुका है. जयपुर नगर निगम का यह आदेश उस व्यक्त आया है, जब सिनेमाघरों में 52 सेकेंड खड़े होने पर लोगों में बहसबाजी जारी है. ये आदेश सोमवार यानी 30 अक्तूबर को जारी किया गया था.

कर्मचारियों में देशभक्ति जगाने के लिए किया अनिवार्य

सोमवार को जयपुर नगर निगम कार्यालय से जारी किए गए आदेश में लिखा गया है, ‘’नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों में देशभक्ति, राष्ट्रप्रेम, सामूहिकता की भावना जगाने और काम के लिए अच्छा माहौल बनाने के लिए लिए निगम नई पहल शुरू करने जा रहा है.  नगर निगम मुख्यालय पर स्पीकर के साथ सभी को राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत गाना होगा.’’

आपको बता दें कि सिनेमाघरों में फिल्म से राष्ट्रगान की परंपरा पर लोगों में बहस चल रही है साथ ही सुप्रीम कोर्ट भी राष्ट्रगान बजाने और उस दौरान खड़े होने के फैसले की समीक्षा कर सकता है.