जोधपुर: राजस्थान के चुनावी मैदान में सियासी हवा का रुख साधने के लिए ऐन-मौका कोशिशों का दौर जारी है. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री मोदी की रैली के बाद जोधपुर में कांग्रेस के परोक्ष समर्थन में जिग्नेश मेवाणी, हार्दिक पटेल और कन्हैया कुमार की तिकड़ी भी उतरी है. इस तिकड़ी ने पीएम मोदी द्वारा उठाए गए मुद्दों पर तो तंज कसे ही, साथ ही मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर भी तीर चलाये.


'संविधान बचाओ, देश बचाओ' के बैनर तले हुई जनसभा के मंच पर जमा हुए जिग्नेश, हार्दिक और कन्हैया ने यूं तो लोगों से सोच-समझकर वोट देने की अपील की. मगर, सवालों के कठघरों में बीजेपी और खासतौर पर पीएम मोदी के बयान थे. ज़ाहिर तौर पर मतदान से पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विधानसभा क्षेत्र में हुई इस रैली की मंशा सत्ता परिवर्तन के हवा को ज़ोर देना था. कांग्रेस नेता नितिन राउत भी तीनों युवा नेताओं के साथ मंच साझा करते नज़र आए.


आयोजन से जुड़े एक सक्रिय कार्यकर्ता ने माना कि इस रैली के आयोजन की बड़ी वजह प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा के चुनावी असर की काट करना है. मारवाड़ के इलाके में पीएम मोदी की खासी लोकप्रियता भी है. यही वजह है कि बीजेपी भी चुनाव प्रचार मोदी का ही चेहरा प्रमुखता से आगे कर रही है. भाषणों में जिग्नेश-हार्दिक-कन्हैया भी सीधे पीएम को निशाना बनाते हुए 'मोदी इफेक्ट' को घटाने की रणनीतिक मंशा की बानगी देते नज़र आ जाते हैं.


राजस्थान की चुनावी रैलियों में प्रधानमन्त्री मोदी अपने भाषणों में कांग्रेस को झूठ की यूनिवर्सिटी बताते हुए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों को नकार रहे हैं. जोधपुर में हुई बड़ी जनसभा में भी उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को बड़ा झूठ बताते हुए उन्हें खारिज किया. लिहाज़ा गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी ने जोधपुर के गांधी मैदान में हुई संविधान बचाओ, देश बचाओ रैली में कहा, "मैं गुजरात से आता हूं. गुजरात की धरती बड़ी कमाल की है. उसने सत्य का प्रयोग करने वाले महात्मा गांधी को जन्म दिया और झूठ का प्रयोग करने वाले मोदी जी को भी." जिग्नेश ने बेरोजगारी और किसानों की उपेक्षा जैसे मुद्दों पर सवाल उठाते हुए मोदी सरकार के कामकाज पर वार किए. मेवाणी न कहा मोदी जी के विकास मॉडल का ही असर है कि बीते डेढ़ दशक में गुजरात 22 हज़ार करोड़ से बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक का कर्जदार हो गया.


हिंदुत्व के मुद्दे के लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच चल रही सियासी बहस के बीच हार्दिक पटेल ने पीएम मोदी के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हनुमानजी पर दिए बयान पर भी तीर चलाए. पटेल न कहा कि 'उत्तर प्रदेश से आए कुछ ढोंगी कह रहे हैं कि हनुमान जी दलित हैं. ये लोग हनुमान जी की जात निकाल लाए. वो इतने सालों में विजय माल्या, नीरव मोदी, दाऊद को नहीं ढूंढ कर ला पाए.' हार्दिक ने जोधपुर में पीएम मोदी के भाषण में मारवाड़ी के इस्तेमाल का भी मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि साहब जनता को भरमाने के लिए पढ़-पढ़कर मारवाड़ी बोल रहे थे.


जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने पीएम मोदी के उस बयान को निशाना बनाया जिसमें उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार से सवाल पूछने को जायज ठहराया था. मोदी ने जोधपुर की जनसभा में कहा था कि चार पीढी तक देश पर राज करने वाले परिवार से सवाल पूछे जाते रहेंगे कि आखिर विकास क्यों नहीं हुआ? कन्हैया ने कहा कि हम पीएम मोदी से सवाल पूछते हैं तो कहा जाता है तो हम नेता बनना चाहते हैं इसलिए प्रधानमंत्री से प्रश्न पूछ रहे हैं. मोदी जी जो देश नेता हैं वो फिर क्यों पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू से सवाल क्यों कर रहे हैं? वो करें तो सही और हम करें तो गलत. यह नहीं चलेगा.


जिग्नेश-हार्दिक और कन्हैय्या की यह तिकड़ी राजस्थान के अन्य इलाकों में संविधान बचाओ, देश बचाओ आंदोलन के बैनर तले कार्यक्रम और सभाएं कर रही है. इनकी सभाओं में खासी भीड़ भी जुट रही है. कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के सहयोग और समर्थन से चल रहै इस आन्दोलन के बहाने कोशिश राजस्थान के चुनावी खेत में सत्ता परिवर्तन के लिए मदद करना है.


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