देश में कोरोना के कहर के चलते हालात चिंताजनक बने हुए हैं. प्रतिदिन लाखों की तादाद में मामले सामने आ रहे हैं तो वहीं हजारों लोगों की मौत हो रही है. वहीं, केंद्र सरकार समेत राज्य सरकारें कम वक्त में ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगवाने में जुटी है.


वहीं, बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक ट्वीट वायरल हुआ जिसमें 12 साल से अधिक के बच्चों को वैक्सीन लगाने का दावा किया जा रहा था.  बता दें, इस ट्वीट के जरिए कहा जा रहा था कि भारत सरकार ने 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को भारत बायोटेक की कोवैक्सीन लगाने की मंजूरी दे दी है. जिसके बाद अब पीआईबी फैक्ट चेक ने ये साफ कर दिया कि ये ट्वीट फेक है और केंद्र सरकार ने ऐसे कोई मंजूरी नहीं दी है.


पीआईबी फैक्ट चेक ने इस ट्वीट को फेक करार किया


पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्वीट कर कहा कि, बीते दिनों एक ट्वीट इस बात का दावा कर रहा था कि भारत बायोटेक की वैक्सीन, कोवैक्सीन को 12 साल के अधिक उम्र वाले बच्चों को लगाने की मंजूरी दे दी गई है जिसको पीआईबी फैक्ट चेक ने फेक करार किया है. ट्वीट में आगे कहा गया कि, भारत सरकार द्वारा ऐसा किसी भी तरह का फैसला नहीं लिया गया है. साथ ही कहा, इस वक्त केवल 18 से अधिक उम्र वाले बच्चों को वैक्सीन लगने की मंजूरी दी गई है. पीआईबी ने अपने इस ट्वीट में उस ट्वीट का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया जो फेक जानकारी सोशल मीडिया पर फैला रहा था.






देश में 17 करोड़ के करीब लोगों को लगी वैक्सीन


बता दें, देश में भारत में अब तक 16 करोड़ 94 लाख से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज दी चुकी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में 16,94,39,663 वैक्सीन डोज दी जा चुकी है जिसमे पहली और दूसरी डोज शामिल हैं. वहीं पूरे देश मे 18 से 44 साल आयु वर्ग के 17,84,869 लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है.


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