श्रीनगर: वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन बंसल ने सोमवार कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन साल के शासन के बाद देश की राष्टीय और आतंरिक सुरक्षा 20 साल पहले की स्थिति से भी बुरी है. जिससे भय का माहौल बना है जो लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है.
उन्होंने साथ ही देश में समाज की स्वयंभू पहरेदारी की बढ़ती घटनाओं को लेकर भी चिंता जतायी. बंसल ने कहा, देश में सुरक्षा की स्थिति बुरी है. हमारी राष्टीय सुरक्षा, आतंरिक सुरक्षा की स्थिति पिछले 20 सालों की स्थिति से भी बुरी है. कांग्रेस नेता ने कहा, बीजेपी के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता बयान देते हैं जिनका समाज के पहरेदार सरकार का इंतजार किए बिना जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन करते हैं. इन सबसे देश में भय का माहौल पैदा हुआ है जो लोकतांत्रिक ढांचे और र्नागरिकों की आजादी के लिए खतरा है. पूर्व रेल मंत्री केंद्र की राजग सरकार के कार्यकाल के तीन साल पूरे होने को लेकर संवाददाताओं से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी के जम्मू-कश्मीर में व्यक्तिगत और पार्टी विचारों से ऊपर ना उठने के कारण राज्य को टकराव की मौजूदा स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. बंसल ने कहा, राज्य में राजनीतिक शून्यता है और मौजूदा अशांति और अलगाव का हल तलाशने के लिए कोई दृष्टि नहीं है. उन्होंने कहा, युवाओं के गुस्से को उम्मीद में बदलने और उन्हें एक ऐसी स्थिति में पहुंचाने के लिए पहल करने की जरूरत है जहां वे खुद को शांति, स्थिरता और विकास की प्रक्रिया में हितधारक मानें. उन्हें बीजेपी को पता नहीं कि मुद्दे पर कैसे ध्यान दें. अलग अलग मंत्री अलग अलग बयान देते हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने साथ ही आरोप लगाया कि देश में नक्सलवाद बढ़ गया है और सरकार का इस पर कोई नियंत्रण नहीं है. उन्होंने नोटबंदी के फैसले की भी आलोचना की.
बंसल ने कहा, ''नोटबंदी से 45 करोड़ लोग प्रभावित हुए जिनमें 25 करोड़ मजदूर और 15 करोड़ दिहाड़ी कामगार शामिल हैं. जीडीपी भी नीचे आ गयी.''