जम्मू: पाकिस्तान जम्मू में नौ फरवरी के आस-पास किसी बड़े फिदायीन हमले की फिराक में है और इसी के मद्देनजर जम्मू में सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है. सात साल पहले नौ फरवरी को संसद हमले के आरोपी अफजल गुरु को फांसी दी गई थी और अब इसी दिन पाकिस्तानी आतंकी जम्मू में सुरक्षाबलों की छावनियों या काफिले को निशाना बना सकते हैं.


जम्मू पठानकोट हाईवे पर सुरक्षा के यह बंदोबस्त जम्मू में खुफिया एजेंसियो के उस अलर्ट के बाद किए गए हैं जिसमें कहा गया है, "पाकिस्तान समर्थित आतंकी नौ फरवरी के आस-पास जम्मू में फिदायीन हमला कर सकते हैं." इस अलर्ट में ये भी कहा गया है, "पाकिस्तानी फिदायीन जम्मू में किसी सैन्य शिविर या फिर सेना या अर्धसैनिक बलों की छावनी को निशाना बना सकते हैं." इस अलर्ट के बाद जम्मू में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं और शहर में आने वाले हर वाहन की तलाशी की जा रही है. सुरक्षा बल खासतौर पर पंजाब की तरफ से आने वाले वाहनों पर नजर रखे हुए हैं.


पूछताछ में हुआ खुलासा


दरअसल, 31 जनवरी को जम्मू के नगरोटा में हुए एनकाउंटर में ज़िंदा पकडे़ गए आतंकियों के मददगार समीर डार ने पूछताछ में कबूला है कि पाकिस्तान अफजल गुरु की बरसी वाले दिन यानि नौ फरवरी के आस-पास जम्मू में फिदायीन हमले की फिराक में हैं. खुफिया एजेंसियो की मानें तो इस हमले को अंजाम देने के लिए फिदायीन जम्मू पहुंच चुके हैं. इस अलर्ट के बाद अब जम्मू शहर में पुलिस की अतिरिक्त तैनाती के साथ ही अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है.


सीमा पर भी हाई अलर्ट


सुरक्षा एजेंसियो की खास निगाह में जम्मू से श्रीनगर की तरफ जाने वाले ट्रक हैं. क्योंकि समीर डार से पूछताछ में खुफिया एजेंसियों को यह पता चला है कि पाकिस्तान जम्मू से श्रीनगर जाने वाले ट्रकों में आतंकियों को घाटी भेज रहा है. इसके लिए पाकिस्तान के इशारे पर ट्रकों में खास तरह के इंतजाम किए गए हैं ताकि सुरक्षाबलों को चकमा दिया जा सके. अब इस अलर्ट के बाद कश्मीर जाने वाले ट्रकों की विशेष तलाशी ली जा रही है. खुफिया एजेंसियो के इस अलर्ट के बाद सुरक्षाबल जम्मू से सटी पाकिस्तानी सीमा पर भी खास निगरानी कर रहे हैं.


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