Telangana Murder News: वर्तमान में मानव संबंध कहां जा रहे हैं, यह समझ में नहीं आ रहा है. सब आर्थिक संबंध बन रहे हैं. संपत्ति के लिए खून के रिश्तों, माता-पिता और बच्चों की हत्या की घटनाएं हो रही हैं. इसी क्रम में तेलंगाना के करीमनगर जिले में एक जघन्य घटना सामने आई है. कर्ज बढ़ने और शेयर बाजार में भारी नुकसान के कारण एक शख्स ने अपने भाई पर बीमा करवाया और उस पैसे के लिए हत्या करके दुर्घटना दिखाने की कोशिश की, लेकिन वह पकड़ा गया.

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एक तरफ कर्ज, फिर शेयर बाजार में नुकसान

करीमनगर जिले के रामडगु मंडल केंद्र में बीमा के पैसे के लिए एक भाई ने अपने ही भाई की जघन्य हत्या कर दी. पुलिस के दी गई जानकारी के मुताबिक, रामडगु में रहने वाले 30 साल के मामिदी नरेश ने लगभग तीन साल पहले दो टिप्पर लॉरी खरीदीं और उन्हें किराए पर दे रहा था. हाल ही में नरेश का व्यवसाय ठीक से नहीं चल रहा था और वह कर्ज में डूब गया. शेयर बाजार में भी भारी नुकसान हुआ. लगभग 1.5 करोड़ रुपये का कर्ज होने के कारण, उसने उससे बाहर निकलने के लिए एक जघन्य हत्या की साजिश रची.

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कर्ज से बाहर निकलने के लिए, नरेश ने अपने 37 साल के भाई वेंकटेश की हत्या करने की योजना बनाई. मानसिक रूप से अपरिपक्व भाई वेंकटेश के नाम पर एक बीमा पॉलिसी बनाई गई. कुछ दिनों बाद, नरेश ने अपने भाई की हत्या करने और उस बीमा के पैसे से कर्ज चुकाने का फैसला किया. अपनी योजना के मुताबिक, नरेश ने 2 महीने की अवधि में अपने भाई वेंकटेश के नाम पर विभिन्न कंपनियों से लगभग 4.14 करोड़ रुपये की बीमा पॉलिसी बनाई.

कर्ज देने वाले व्यक्ति ने दिया हत्या में साथ

उसने राकेश नाम के एक व्यक्ति को, जो नरेश से 7 लाख रुपये चुकाने का दबाव डाल रहा था, अपनी बात बताई और अपनी साजिश में सहयोग करने को कहा. उसने कर्ज के साथ-साथ 13 लाख रुपये और मिलाकर कुल 20 लाख रुपये देने का वादा किया. उसने टिप्पर ड्राइवर प्रदीप से कहा कि अगर वह इस हत्या में सहयोग करता है तो उसे 2 लाख रुपये मिलेंगे.

29 नवंबर को, प्रदीप ने फोन किया कि गांव के बाहरी इलाके में एक टिप्पर लॉरी रुक गई है और वेंकटेश को बुलाया. नरेश ने वेंकटेश से कहा कि वह वहां आए और टिप्पर के नीचे जैक लगाए. जैसे ही वेंकटेश नीचे लेटा, नरेश ने टिप्पर को आगे बढ़ाया. इससे टिप्पर के टायर वेंकटेश के सिर से गुजर गए और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने भाई नरेश के दी गई जानकारी के साथ दुर्घटना के रूप में एक मामला दर्ज किया.

पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार

जब बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों ने बीमा का पैसा चुकाने के लिए जांच की तो नरेश के जवाब संदिग्ध लगे. उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और मामले की गहन जांच की. जांच में पता चला कि नरेश ने राकेश और प्रदीप की मदद से अपने भाई वेंकटेश की हत्या की थी. पुलिस ने निर्दोष की हत्या के मामले में आरोपी नरेश, राकेश और प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया है.