हैदराबाद: राहुल गांधी के कांग्रेस के अध्यक्ष पद को छोड़ने पर अडिग रहने के बीच तेलंगाना में पार्टी के वरिष्ठ नेता ने उनसे पार्टी की बागडोर अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को कमान सौंपने का अनुरोध किया. चार बार के विधायक एम शशिधर रेड्डी ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी शीर्ष से तय होने के राहुल गांधी के रुख का सम्मान करना चाहिए, भले ही राहुल गांधी में उनका कितना ही भरोसा क्यों न हो. रेड्डी चाहते हैं कि राहुल गांधी पर पद बने रहें.


राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष रेड्डी ने कहा कि उन्हें राहुल गांधी के नेतृत्व में पूरा यकीन है लेकिन वह उनके इस विचार का सम्मान करते हैं कि पार्टी को नया अध्यक्ष ढूंढना चाहिए. रेड्डी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ उनके (राहुल गांधी के) विचार का सम्मान करते हुए मैं समझता हूं कि जल्द फैसला लेना चाहिए,’’ क्योंकि इस साल कुछ राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों की पार्टी को तैयारी करनी है.


आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एम चन्ना रेड्डी के बेटे ने कहा कि राहुल गांधी ने यह भी कहा कि उनका विकल्प नेहरू-गांधी परिवार से नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि नेहरू गांधी परिवार के नेतृत्व की वजह से ही पार्टी को एकजुट रखना संभव हुआ है. उन्होंने कहा कि कुछ इसे वंशवाद कहते हैं या जो भी कहें, लेकिन वर्षों से कांग्रेस इसी तरीके से ही विकसित हुई है. इसलिए यह गांधी परिवार की अखिल भारतीय अपील पर पूरी तरह से निर्भर है.


रेड्डी ने कहा, ‘‘इस विचार से, हमें खुशी होगी कि अगर वह (राहुल गांधी) प्रियंका गांधी को कमान सौंपने को राजी हो जाएं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ सोनिया गांधी ने (कांग्रेस प्रमुख का पद) त्याग करके राहुल गांधी की पदोन्नति के लिए रास्ता बनाया है. अन्य विकल्प प्रियंका गांधी हैं.’’