आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने शनिवार (18 अक्टूबर, 2025) को सभी विभागों के मुख्य सचिव, सचिव और विभागाध्यक्षों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं और विकास कार्यों के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार के कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में कोई ढिलाई या कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

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मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, ‘जनता की सरकार के सत्ता में आने के दो साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन कुछ अधिकारियों के काम करने के तरीके में कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा है. अगर अब भी यह रवैया जारी रहा तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’

उन्होंने चेतावनी दी कि कोई भी अधिकारी अपनी मनमानी न करे या सरकार की बदनामी का कारण न बने. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी विभाग परस्पर समन्वय के साथ ऐसे निर्णयों और कार्यक्रमों को प्राथमिकता दें, जिनसे जनता को सीधा लाभ पहुंचे.

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CM आवास पर रेड्डी ने मुख्य सचिव और CMO सचिवों से की बैठक

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने शनिवार (18 अक्टूबर) की सुबह अपने आवास पर मुख्य सचिव रामकृष्ण राव और सीएमओ सचिवों के साथ विशेष बैठक की. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सरकार के कार्यक्रमों को जनता तक पहुंचाने में और अधिक सक्रियता दिखानी चाहिए.

उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वे सभी विभागों के सचिवों से समय-समय पर रिपोर्ट प्राप्त करें और विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करें. उन्होंने सीएमओ के अधिकारियों से कहा कि सरकार की ओर से आवश्यक कदमों को तुरंत उनके ध्यान में लाएं. उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी फाइल या काम को रोकने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

मुख्यमंत्री ने सभी विभागों के सचिवों को दिए निर्देश

मुख्यमंत्री ने सभी विभागों के सचिवों को निर्देश दिया कि वे केंद्र से प्राप्त होने वाले अनुदान और केंद्रीय योजनाओं के फंड प्राप्त करने के लिए तत्काल कदम उठाएं. उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं में राज्य का हिस्सा चुकाने पर केंद्र से फंड मिल सकता है, उन योजनाओं को पहले प्राथमिकता दी जाए. उन्होंने आगे कहा, ‘अब से मुख्य सचिव के साथ-साथ सीएमओ के अधिकारी भी अपने संबंधित विभागों की साप्ताहिक रिपोर्ट मुझे प्रस्तुत करेंगे और मैं स्वयं उनकी प्रगति की समीक्षा करूंगा.’

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