तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी ने शनिवार (11 अक्टूबर, 2025) को हैदराबाद में प्रस्तावित टी-स्क्वायर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) हब की प्रगति की समीक्षा की. इस महत्वपूर्ण बैठक में आईटी और उद्योग मंत्री डी. श्रीधर बाबू, विशेष मुख्य सचिव जयेश रंजन और संजय कुमार, सीएम के विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) वेमुला श्रीनिवासुलु, टीजीआईआईसी के प्रबंध निदेशक शशांक, टी-फाइबर के प्रबंध निदेशक वेणु प्रसाद, आईटी विभाग के उपसचिव भवेश मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

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मुख्यमंत्री ने टी-स्क्वायर को एक प्रतिष्ठित (आइकॉनिक) इमारत के रूप में विकसित करने पर जोर दिया, जो हैदराबाद की वैश्विक पहचान को मजबूत करे. उन्होंने निर्देश दिया कि टी-स्क्वायर का निर्माण कार्य नवंबर 2025 के अंत तक शुरू हो जाना चाहिए. निर्माण में सभी सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने के साथ-साथ पार्किंग सुविधाओं को निर्बाध बनाने के लिए विशेष ध्यान देने को कहा. 

परियोजना वैश्विक स्तर पर आकर्षण का केंद्र 

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सीएम ने यह भी जोर दिया कि टी-स्क्वायर में एप्पल जैसे अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के आउटलेट्स स्थापित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि यह परियोजना वैश्विक स्तर पर आकर्षण का केंद्र बने. टी-स्क्वायर को 24 घंटे संचालित होने वाली सुविधा के रूप में डिजाइन करने और एक समर्पित यूटिलिटी जोन स्थापित करने का निर्देश भी दिया गया. 

मुख्यमंत्री ने कहा, 'टी-स्क्वायर न केवल एक इमारत होगी, बल्कि तेलंगाना की तकनीकी और व्यावसायिक प्रगति का प्रतीक होगी.' एआई हब के लिए, CM ने इंजीनियरिंग स्टाफ कॉलेज में अस्थायी सुविधा स्थापित करने के लिए भवनों की जांच करने का आदेश दिया. 

तेलंगाना को वैश्विक नेतृत्व प्रदान करने में भूमिका

उन्होंने एआई हब के लिए एक कॉर्पस फंड स्थापित करने और विश्व प्रसिद्ध एआई कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ एक बोर्ड गठित करने की आवश्यकता पर बल दिया. यह बोर्ड एआई क्षेत्र में तेलंगाना को वैश्विक नेतृत्व प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

मंत्री श्रीधर बाबू ने बताया कि टी-स्क्वायर और एआई हब परियोजनाएं तेलंगाना को तकनीकी नवाचार का केंद्र बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी. विशेष मुख्य सचिव जयेश रंजन ने आश्वासन दिया कि सभी विभाग मिलकर समयबद्ध तरीके से परियोजनाओं को पूरा करेंगे.

रोजगार सृजन और निवेश आकर्षण में महत्वपूर्ण योगदान 

यह समीक्षा ऐसे समय में हुई है, जब तेलंगाना सरकार हैदराबाद को वैश्विक तकनीकी और व्यावसायिक केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए आक्रामक रणनीति अपना रही है. टी-स्क्वायर और एआई हब जैसी परियोजनाएं न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल देगी, बल्कि रोजगार सृजन और निवेश आकर्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी.

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