तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने राज्य में लंबित रेल परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के लिए सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि आवश्यक धनराशि और भूमि अधिग्रहण के लिए राज्य सरकार पूरी तरह तैयार है. मुख्यमंत्री ने गुरुवार (11 सितंबर, 2025) को कमांड कंट्रोल सेंटर में दक्षिण मध्य रेलवे के अधिकारियों और विभिन्न विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की.
बैठक में मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि रेल परियोजनाओं की योजना इस तरह से बनाई जानी चाहिए कि वे भविष्य की जरूरतों को पूरा कर सकें, जिससे दूरी और लागत दोनों में कमी आए. उन्होंने कहा कि नई रेल लाइनों को न केवल तेज यात्री परिवहन प्रदान करना चाहिए, बल्कि उन क्षेत्रों के समग्र विकास में भी योगदान देना चाहिए, विशेषकर पर्यटन केंद्रों और औद्योगिक क्षेत्रों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए.
नई परियोजनाओं पर विशेष चर्चा
उन्होंने विदेशों की तर्ज पर रेल, सड़क और बंदरगाह कनेक्टिविटी को आधुनिक बनाने की आवश्यकता पर बल दिया. दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक संजय कुमार श्रीवास्तव ने बैठक में भाग लिया और मुख्यमंत्री ने उनका स्वागत करते हुए नई परियोजनाओं पर विशेष चर्चा की.
बैठक में सांसद कडेम काव्या, मुख्यमंत्री के सलाहकार वी. एम. नरेंद्र रेड्डी, मुख्य सचिव राम कृष्ण राव, आर एंड बी के विशेष सचिव विकास राज, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्रीनिवास राजू और वित्त सचिव संदीप कुमार सुल्तानिया सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
क्षेत्रीय रिंग रेल परियोजना पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'भारत फ्यूचर सिटी' से अमरावती होते हुए बंदर पोर्ट तक एक ग्रीनफील्ड हाईवे के साथ एक रेल लाइन स्थापित की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य पुनर्गठन अधिनियम के तहत केंद्र को हैदराबाद से अमरावती तक रैपिड रेल और सड़क कनेक्टिविटी परियोजना को लागू करना होगा.
उन्होंने अधिकारियों को हैदराबाद-चेन्नई और हैदराबाद-बेंगलुरु हाई-स्पीड रेल परियोजनाओं के सर्वेक्षण और संरेखण प्रस्तावों की नए सिरे से समीक्षा करने का भी निर्देश दिया. रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों को हैदराबाद के चारों ओर एक क्षेत्रीय रिंग रेल (Regional Ring Rail) की आवश्यकता के बारे में भी बताया, जो लगभग 362 किलोमीटर लंबे क्षेत्रीय रिंग रोड के साथ स्थापित की जाएगी.
इन परियोजनाओं को शुरू करने का निर्देश
उन्होंने अधिकारियों को इस परियोजना पर जल्द से जल्द काम शुरू करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने विकाराबाद-कृष्णा नई रेल लाइन के कार्यों को तुरंत शुरू करने और गड़वाल-डोरनकल रेल लाइन की डीपीआर (DPR) को पूरा करने के निर्देश दिए.
उन्होंने यह भी कहा कि वारंगल में रेलवे लाइनों का विकास किया जाना चाहिए और भूपालपल्ली से वारंगल तक एक नई लाइन की संभावनाओं का पता लगाया जाना चाहिए. उन्होंने रेलवे अधिकारियों से भविष्य की जरूरतों के अनुसार हैदराबाद के साथ-साथ वारंगल को भी विकसित करने के लिए रेल परियोजनाओं को लागू करने का आग्रह किया.
ये भी पढ़ें:- राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर CRPF का खरगे को लेटर, कहा- बिना बताए 6 बार विदेश दौरों पर निकले