भारत राष्ट्र समिति (BRS) के नेता के. टी. रामाराव (KTR) ने शनिवार (20 सितंबर, 2025) को भारत में नेपाल जैसा विरोध प्रदर्शन होने को लेकर चेतावनी दी है. बीआरएस नेता केटीआर ने कहा कि अगर सरकारें लोगों की इच्छाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में विफल रहती है तो भारत में नेपाल जैसा जेन-जी का विरोध प्रदर्शन हो सकता है.

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जेन-जी प्रदर्शन पर बोलते हुए बीआरएस नेता केटीआर ने कहा कि नेपाल में हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शन को शुरुआत में एक मजाक के रूप में देखा गया था, लेकिन युवाओं के इस विरोध प्रदर्शन में अंततः वहां की सरकार को गिरा दिया.

नेपाल में युवाओं के प्रदर्शन का उड़ाया गया था मजाक- केटीआर

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केटीआर ने एनडीटीवी से कहा, ‘नेपाल में हाल ही में जो हुआ, वह सिर्फ लोकतंत्र और जनरेशन जी की आवाज दबाने की कोशिश थी. शुरू में मीडिया ने भी उनका मजाक उड़ाया, कहा कि वे इंटरनेट बंद होने पर प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन सच्चाई यह थी कि वे अपने भविष्य के लिए प्रदर्शन कर रहे थे.’

भारत में विरोध प्रदर्शन को लेकर पूछे सवाल पर उन्होंने कहा, ‘अगर सरकारें उन्हें लगातार असफल करती रहीं, अगर सरकारें भारत के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में विफल रहती रहीं, तो क्यों नहीं? हां.’

तेलंगाना के राज्य आंदोलन में भूमिका का पूर्व मंत्री ने किया जिक्र

तेलंगाना के पूर्व मंत्री केटीआर ने तेलंगाना राज्य आंदोलन में अपनी और अपनी पार्टी की भूमिका साझा की और इस बात का भी जिक्र किया कि आखिर जेन-जी किस चीज का प्रतिनिधित्व करता है. उन्होंने कहा, ‘बेचैन, युवा, महत्वकांक्षी और साहस से परिपूर्ण हैं- जेनरेशन जी के युवा. आप पूरी तरह से DIY पीढ़ी हैं- डिस्रप्टिव, इमैजिनेटिव और पूरी तरह से यूथफुल. मुझे लगता है कि मेरा राज्य तेलंगाना भी एक जेन-जी राज्य है.‘

KTR ने हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दिया उदाहरण

इस दौरान केटीआर ने तेलंगाना के युवाओं के प्रदर्शन का उदाहरण भी दिया. उन्होंने कहा, ‘Gen Z ने डिजिटल माध्यमों पर वास्तव में नेतृत्व किया. हैदराबाद में जब तेलंगाना सरकार ने करीब 400 एकड़ जंगल की जमीन बेचने की योजना बनाई, तब Gen Z के रूप में हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने विरोध शुरू किया और सरकार से जवाब मांगे. आखिर में सुप्रीम कोर्ट ने मामले में हस्तक्षेप किया और Gen Z की सक्रियता ने हैदराबाद में 400 एकड़ जमीन बचाई.’

हालांकि, KTR ने इस बात पर भी जोर देते हुए कहा कि सिर्फ सोशल मीडिया पर सक्रियता पर्याप्त नहीं है. Gen Z को इस मौके का पूरा फायदा उठाना चाहिए क्योंकि दुनिया बूढ़ी हो रही है, लेकिन भारत युवा हो रहा है.’

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