पटना: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी-एनपीआर पर देशभर में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. इसी बीच बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरजेडी नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव लगातार हमले कर रहे हैं. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार चुप क्यों हैं.

तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सिद्धांतहीन, विचारहीन और नीतिहीन राजनेता बताया. उन्होंने कहा, ''देशभर में सिद्धांतहीन, विचारहीन और नीतिहीन राजनीति के लिए कुख्यात बिहार के असमर्थ पलटीमार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नागरिकता संशोधन क़ानून और एनआरसी पर चुप्पी बिहार में हिंसा को बढ़ावा दे रही है.''

आरजेडी नेता आरोप लगाया, ''बीजेपी और जेडीयू के समर्थक खुलेआम गाली और गोली की भाषा बोलकर पुलिस की मौजूदगी में समुदाय विशेष के विरुद्ध असंसदीय नारे लगा रहे है. आरएसएस समर्थक छत पर चढ़कर भीड़ पर गोली चला रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में हिम्मत नहीं कि उन दंगाईयों के ख़िलाफ़ एक एफ़आईआर तक दर्ज कर सके.''

तेजस्वी यादव ने कहा, ''अब तो एक आम नागरिक भी समझता है कि नीतीश कुमार एक इंसान नहीं बल्कि आरएसएस और बीजेपी जैसे विभाजनकारी और ज़हरीले संगठनों और पार्टियों की कठपुतली मात्र है.'' आरजेडी नेता ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ संगठनों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

तेजस्वी यादव ने कहा, ''सत्तापक्ष के लोग भड़काऊ नारे लगाते हुए तलवार लेकर रैली निकाले तो कोई क़ानूनी करवाई नहीं, कोई मुकदमा नहीं, कोई गिरफ़्तारी नहीं, लेकिन विपक्ष लोकतांत्रिक तरीके से प्रशासनिक अनुमति के साथ भी प्रदर्शन और आंदोलन करे तो नीतीश कुमार विपक्षी नेताओं पर मुकदमा दर्ज करने में आगे रहते हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को कुर्सी का लालच छोड़कर अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए.

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