महाराष्ट्र के नासिक जिले में हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने भारत में बने सबसे एडवांस फाइटर जेट 'तेजस एमके-1ए' का सफल परीक्षण पूरा कर लिया है. वायुसेना को जल्द ही यह फाइटर जेट मिलने वाला है. इसकी सबसे खास बात है यह है कि इसके पंखों में 9 जगह मिसाइलें फिट की जा सकती हैं, जिससे यह एक साथ कई लक्ष्यों पर हमला करने में सक्षम है.

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कितनी है एक तेजस की कीमत?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, हर तेजस मार्क-1ए की औसत कीमत करीब 600 करोड़ रुपये है. इसकी रफ्तार 2200 किमी प्रति घंटा है, जो आवाज से लगभग दोगुनी तेज है. यह न सिर्फ बेहद फुर्तीला है बल्कि अत्याधुनिक टेक्नॉलॉजी से भी लैस है.

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65% से ज्यादा उपकरण भारत में बने

LCA मार्क 1A, तेजस एयरक्राफ्ट का अपग्रेडेड वर्जन है. इसमें नए एवियॉनिक्स सिस्टम और आधुनिक रडार तकनीक लगाई गई है. खास बात यह है कि इसके 65% से ज़्यादा उपकरण भारत में ही बने हैं, जिससे यह पूरी तरह स्वदेशी विमान बन जाता है.

वायुसेना को मिलेगा तेजस एमके-1ए

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में शुक्रवार (17 अक्टूबर, 2025) को इस फाइटर जेट को वायुसेना को सौंपा जाएगा. इस विमान का प्रोडक्शन देश की 500 से ज़्यादा घरेलू कंपनियों ने मिलकर किया है, इसलिए इसे ‘स्वदेशी तेजस’ कहा जा रहा है.

62,370 करोड़ की डील, मिग-21 की जगह लेगा तेजस

केंद्र सरकार ने 25 सितंबर को HAL को 97 अतिरिक्त तेजस मार्क-1ए फाइटर जेट बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया है. यह डील 62,370 करोड़ रुपये की है. तेजस, वायुसेना के पुराने मिग-21 फ्लीट को रिप्लेस करेगा. मिग-21 को 26 सितंबर को रिटायर कर दिया गया, जिसने 62 साल की सेवा में 1971 युद्ध, कारगिल और कई अहम मिशनों में हिस्सा लिया था.

पाकिस्तान बॉर्डर पर होगी तैनाती

तेजस एमके-1ए को राजस्थान के बीकानेर स्थित नाल एयरबेस पर तैनात करने की योजना है. यह जगह पाकिस्तान सीमा के पास है, जिससे इसकी तैनाती रणनीतिक रूप से बेहद अहम मानी जा रही है.

पीएम मोदी भी भर चुके हैं तेजस में उड़ानप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर 2022 को बेंगलुरु में तेजस फाइटर जेट में उड़ान भरी थी. ऐसा करने वाले वे पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने थे. उड़ान से पहले उन्होंने बेंगलुरु में HAL के प्लांट का भी दौरा किया था.