कच्छ: जानी मानी ज्वैलरी ब्रांड ‘तनिष्क’ सुर्खियों में है. एक विज्ञापन को लेकर विवाद हो रहा है. हालांकि, ज्वैलरी ब्रांड ने वो विवादित विज्ञापन वापस ले लिया है. इस बीच गुजरात के कच्छ जिले के गांधीधाम शहर में ‘तनिष्क’ स्टोर के मैनेजर राहुल मनुजा ने कहा कि उनके स्टोर पर कोई हमला नहीं हुआ है. हालांकि, उन्हें धमकी भरे फोन कॉल्स मिल हैं.
राहुल मनुजा ने कहा, “स्टोर पर हमला नहीं किया गया है. हालांकि, मुझे कुछ धमकी भरे कॉल मिले हैं. पुलिस ने हमारा सपोर्ट किया है.” बता दें कि कुछ रिपोर्ट्स में ये दावा किया कि गांधीधाम में एक तनिष्क स्टोर पर हमला हुआ है. पुलिस ने भी दुकान पर हमले की खबर को झूठा बताया है.
वहीं कच्छ (ईस्ट) के एसपी मयूर पाटिल ने कहा कि 12 अक्टूबर को दो लोग गांधीधाम के तनिष्क स्टोर में आए और उन्होंने गुजराती में माफीनामा की मांग की. दुकान के मालिक ने उनकी मांग को पूरा कर दिया लेकिन उन्हें कच्छ से धमकी भरे कॉल मिल रहे थे. स्टोर पर हमले की खबर गलत है. बता दें कि स्टोर ने अपने दरवाजे पर एक नोट माफी मांगते हुए एक नोट चिपका दिया था.
आखिर क्या है विवाद?
दरअसल, विज्ञापन में दो अलग-अलग धर्मों को मानने वाले लोगों के एक परिवार को दिखाया गया है. सोशल मीडिया पर इस विज्ञापन को लेकर काफी बहस चली, जिसके बाद कंपनी ने बयान जारी कर विज्ञापन को वापस लेने का ऐलान कर दिया.
पूरे विवाद पर तनिष्क का बयान?
तनिष्क ने जारी बयान में कहा, “एकत्वम कैंपेन के पीछे विभिन्न क्षेत्रों के लोगों का एक साथ आकर जश्न मनाने का आइडिया है. स्थानीय समुदाय और परिवार इस चुनौतीपूर्ण समय में एकता का जश्न मनाते हैं. इस फिल्म पर उद्देश्य के विपरीत गंभीर प्रतिक्रियाएं आईं हैं. हम अनजाने में लोगों की भावनाओं को हुए नुकसान के लिए दुख प्रकट करते हैं और अपने कर्माचारियों, पार्टनर्स और स्टोर स्टाफ की भलाई को ध्यान में रखते हुए विज्ञापन को वापस लेते हैं.”