Tamilnadu News: तमिलनाडु में मंगलवार (11 अप्रैल) को ब्युरोक्रेसी का एक विभत्स रूप देखने को मिला जिसका वीडियो वायरल होने पर उसकी सोशल मीडिया पर आलोचना हो रही है. तमिलानाडु कल्लाकुरिची जिले के कलेक्टर ने कथित रूप से अपने एक सहायक से अपने जूते उठाकर रखने को कहा, जिसकी वजह से विवाद खड़ा हो गया.
कल्लाकुरिची जिले के एक कलक्टर सरवन कुमार जटावथ का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सरवन अपने सहायक को अपने जूते उठाकर रखने को बोल रहे हैं. इस घटना की सभी लोग आलोचना कर रहे हैं, उनका कहना है यह किसी का अपमान है और एक लोकसेवक का अपने अधिकारों का हनन है.
डीएम ने आरोपों को नकाराहालांकि इस बारे में जब विवाद बढ़ा तो डीएम से इस पर सवाल पूछा गया. जटावथ ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने कभी भी अपने सहायक से जूता उठाकर रखने को नहीं कहा. जटावथ यहां विश्व प्रसिद्ध ‘कुवागम’ महोत्सव से पहले कार्यक्रम के आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए कुवागम कूथान्दावर मंदिर आए थे.
क्या है कुवागम महोत्सव?कुवागम महोत्सव, देश और दुनियाभर के ट्रांसजेंडरों द्वारा मनाया जाता है. कल्लाकुरिची चेन्नई से करीब 240 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. मंदिर में प्रवेश के दौरान अधिकारी ने अपने जूते उतारे थे और कथित रूप से अपने सहायक को जूते उठाकर कहीं और रखने को कहा था. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद विवाद पैदा हो गया.
वीडियो से की गई है छेड़छाड़जटावथ ने कुछ भी गलत करने की बात से इनकार किया है. उन्होंने दावा किया, मैंने कभी भी अपने सहायक को जूते उठाकर रखने के लिए नहीं कहा. बल्कि इस वीडियो को गलत तरीके से पेश किया गया है और वीडियो से छेड़छाड़ की गई है. वहां मौजूद रिपोर्टर यह जानते हैं कि ये (आरोप) सच नहीं है. जो वहां मौजूद नहीं था उसने इस वीडियो से छेड़छाड़ की है और घटना को गलत तरीके से पेश किया है.