Tamil Nadu Politics: तमिलनाडु के चेन्नई में स्थित राजभवन के पास हुए पेट्रोल बम फेंकने के मामले में बयानबाजी शुरू हो गई है. तमिलनाडु राजभवन ने गुरुवार (26 अक्टूबर) को आरोप लगाया कि मामले में शिकायत नहीं दर्ज की गई. ऐसे में निष्पक्ष जांच का अंत कर दिया.
राजभवन ने आगे कहा कि घटना को साधारण तोड़फोड़ दिखाकर हल्का कर दिया. केस में विस्तृत पूछताछ नहीं की गई. वहीं राज्य के सीएम एमके स्टालिन की पार्टी डीएमके ने कहा कि सरकार कभी भी ऐसी अप्रिय घटनाओं की अनुमति नहीं देगी क्योंकि इससे शासन की बदनामी होगी.
बीजेपी ने इस मामले की एनआईए से जांच कराने की मांग की है. दरअसल, बयालिस वर्षीय एक शख्स ने बुधवार राजभवन के मेन गेट के सामने में पेट्रोल बम फेंका था.
तमिलनाडु राजभवन ने क्या कहा?तमिलनाडु राजभवन की ओर से एक्सपर कहा गया,‘‘ हमले को लेकर राजभवन की शिकायत को पुलिस ने दर्ज नहीं किया. पुलिस ने हमले को साधारण तोड़फोड़ के कृत्य के रूप में दिखा दिया. पुलिस ने आननफानन में आरोपी को गिरफ्तार किया और आधी रात को मजिस्ट्रेट को जगाकर आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. विस्तृत पूछताछ नहीं की गई जिससे हमले के पीछे मौजूद लोगों का पर्दाफाश हो सकता था. शुरू होने से पहले ही निष्पक्ष जांच का अंत कर दिया गया.’’
बीजेपी क्या बोली?राज्य सरकार की आलोचना करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री एल. मुरुगन और बीजेपी विधायक वनाथी श्रीनिवासन ने डीएमके पर हमला किया. श्रीनिवासन ने कहा कि मामला एनआईए या सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए क्योंकि तमिलनाडु पुलिस ने डीएमके से जुड़े लोगों के आदेश पर काम किया है.
तमिलनाडु सरकार क्या बोली?कानून मंत्री एस. रेगुपति ने आरोप लगाया कि राज्यपाल आर. एन. रवि ने डीएमके के खिलाफ नफरत भड़काई है. वह सरकार के खिलाफ एक विपक्षी नेता की तरह अभियान चला रहे हैं.
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