जम्मू: जम्मू में एनआईए की विशेष अदालत ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के निलंबित डीएसपी देवेंद्र सिंह और चार अन्य आतंकियों को पंद्रह दिन की ट्रांजिट रिमांड पर भेजा है. अब इस मामले में एनआईए श्रीनगर से लेकर जम्मू और फिर दिल्ली के तार जोड़कर जांच करेगी.
गुरुवार को दोपहर के बाद करीब 4 बजकर 45 मिनट पर जम्मू पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप की गाड़ी जम्मू में विशेष एनआईए अदालत पहुंची. इस बख्तरबंद गाड़ी में कश्मीर से 11 जनवरी को गिरफ्तार जम्मू कश्मीर पुलिस के निलंबित डीएसपी देवेंद्र सिंह, हिज्बुल आतंकी नावेद, रफी और जम्मू से गिरफ्तार नावेद का भाई इरफान मौजूद था. एनआईए की एक टीम बुधवार को कश्मीर से गिरफ्तार डीएसपी और तीन आतंकियों को लेकर जम्मू पहुंची थी और उनसे जम्मू में एनआईए के दफ्तर में पूछताछ की गयी. अदालत ने इन चारों आरोपियों को 15 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया है.
गुरुवार सुबह से ही जम्मू के एनआईए के दफ्तर में एनआईए के अफसरों के साथ-साथ राज्य की कई जांच एजेंसियों के अधिकारियों का आना जाना लगा रहा. जम्मू में एनआईए के दफ्तर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए. अदालत ले जाने से पहले इन सभी आरोपियों को मेडिकल करवाने के लिए भी ले जाया गया. एनआईए सूत्रों ने एबीपी न्यूज़ को बताया है कि जम्मू में उनकी प्राथमिकता पहले इन सभी आरोपियों की ट्रांजिट रिमांड लेने की थी, जिसके मिलने के बाद अब इस मामले के जम्मू एंगल की भी तफ्तीश की जाएगी.
जम्मू कश्मीर पुलिस के सूत्रों की माने तो इस मामले की तह तक जाने के लिए जम्मू पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप ने जम्मू के बठिंडी इलाके से हिज्बुल के गिरफ्तार आतंकी नावेद बाबू के भाई इरफान को गिरफ्तार किया है. सूत्रों के मुताबिक करीब 34 साल के इरफान का पूरा नाम सईद मोहम्मद इरफान है और वो चंडीगढ़ में पीएचडी की पढ़ाई कर रहा है. इरफान ने जम्मू के बठिंडी इलाके में करीब 15 दिन पहले ही एक मकान किराये पर लिया था और उस मकान के मालिक बरकत हुसैन ने इरफान की पुलिस वेरिफिकेशन नहीं करवाई थी.
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