इंदौर: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार इंदौर में संवाददाता सम्मेलन एक सवाल के जवाब में कहा कि गीता भारत की बेटी है और उसे वापस पाकिस्तान नहीं भेजा जाएगा. तीन साल पहले 26 अक्टूबर, 2015 को मूक-बधिर युवती गीता को उसके माता-पिता की तलाश के लिए पाकिस्तान से भारत लाया गया था.

सुषमा स्वराज ने कहा, "गीता भारत की बेटी है. भारत में भले ही उसके परिवारवाले मिलें या फिर न मिलें, लेकिन उसे दोबारा पाकिस्तान नहीं भेजा जाएगा. गीता की देखभाल भारत सरकार ही करेगी." उन्होंने कहा, "उसके माता-पिता को ढूंढने के लिए मैं खुद पिछले तीन साल से हर संभव कोशिश कर रही हूं. गीता की उम्र अब विवाह के योग्य हो गयी है, इसलिए हम उसकी शादी करने की कोशिश कर रहे हैं."

सुषमा स्वराज ने ये भी बताया कि जिन आठ लोगों ने गीता के माता-पिता होने का दावा किया था हमने उनके डीएनए टेस्ट करवाए हैं, लेकिन उनका डीएनए उससे मैच नहीं किया. उन्होंने बताया कि और भी कई लोगों ने गीता के माता-पिता होने का दावा किया था लेकिन वो डीएनए टेस्ट देने के लिए सामने नहीं आए.

26 अक्टूबर, 2015 को पाकिस्तान से लौटने के बाद गीता की देखभाल खुद केंद्र सरकार कर रही है. आपको बता दें कि गीता 7 साल की उम्र में समझौता एक्सप्रेस में सफर के दौरान अपने परिवार से बिछड़ कर पाकिस्तान रेंजर्स मिली थी.

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