दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण स्तर पर सुप्रीम कोर्ट के जजों ने गहरी चिंता व्यक्त की है. एक मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस पी. एस. नरसिम्हा की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए बेहतर होगा कि सभी वरिष्ठ वकील कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश होने के बजाय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई में शामिल हों.

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SC में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा उपलब्ध, करें इस्तेमाल- जस्टिस नरसिम्हा

जस्टिस नरसिम्हा और अतुल चंदुरकर की बेंच ने यह बातें तब कहीं, जब कपिल सिब्बल समेत कई वरिष्ठ वकील कोर्ट में मौजूद थे. इस दौरान जस्टिस नरसिम्हा ने कहा, ‘प्रदूषण के हालात बहुत गंभीर हो गए हैं. आप सब को इस समय कोर्ट नहीं आना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा मौजूद है, उसका उपयोग कीजिए. प्रदूषण से स्वास्थ्य को होने वाला नुकसान स्थायी हो सकता है.’

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CJI से उचित कदम को लेकर करेंगे चर्चा- जस्टिस नरसिम्हा

बेंच की तरफ से जताई गई चिंता पर आभार जताते हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि कई वकील इन दिनों मास्क पहनकर आ रहे हैं. इस पर जस्टिस नरसिम्हा ने कहा, ‘ऐसी परिस्थितियों में मास्क भी पर्याप्त नहीं है. यह बहुत ज्यादा सुरक्षा नहीं दे सकता है.’ उन्होंने यह भी कहा कि वह इस मुद्दे पर मुख्य न्यायाधीश बी आर गवई से भी चर्चा करेंगे ताकि उचित कदम पर विचार किया जा सके.

वायु प्रदूषण को लेकर CJI सोमवार को करेंगे सुनवाई

ध्यान रहे कि वायु प्रदूषण से जुड़ा मुख्य मामला सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बी आर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच के पास लंबित है. मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच ने बुधवार (12 नवंबर, 2025) को पंजाब और हरियाणा सरकारों से पराली जलाने की घटनाओं पर जवाब मांगा था और सुनवाई सोमवार (17 नवंबर, 2025) के लिए टाल दी थी.

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