नई दिल्लीसुप्रीम कोर्ट के जजों का विवाद अब तक नहीं सुलझा है. अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा है कि अभी सुप्रीम कोर्ट के जजों का विवाद दो से तीन दिन में सुलझने की उम्मीद है. कल बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन मिश्र ने दावा किया था जजों का विवाद सुलझ गया है. वहीं, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने पांच जजों की संवैधानिक पीठ बनाई है. बड़ी बात यह है कि इस पीठ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले चारों जजों को शामिल नहीं किया गया है. बता दें कि जस्टिस जे चेलमेश्वर, रंजन गोगोई, एम बी लोकुर और कुरियन जोसफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुप्रीम कोर्ट में सब कुछ ठीक नहीं होने की बात कही थी. पांच जजों की संवैधानिक पीठ में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस एके सिकरी, एम खानविल्कर, डी वाई चंद्रचूर्ण और जस्टिस अशोक भूषण शामिल हैं. ये संविधान पीठ आधार कार्ड की अनिवार्यता सहित कई अहम मामलों की सुनवाई करेगी. जजों के बीच सुलझा ‘सुप्रीम’ विवाद, जज लोया केस पर सुनवाई आज कहां से शुरु हुआ विवाद? आपको बता दें कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के 4 वरिष्ठतम जजों ने चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के काम करने के तरीके पर सवाल उठाया था और अपनी बात रखने के लिए मीडिया से मुखातिब हुए थे. इन जजों ने अपनी चिट्ठी में  दीपक मिश्रा के मनमाने ढ़ंग से काम करने के रवैया पर अपनी नाराज़गी जताई थी. इन जजों का ये भी कहना था कि अगर वो आज खामोश रहे तो 20 साल बाद उन्हें कोई ये कह दे कि उन्होंने अपनी आत्म बेच दी. जज लोया केस पर सुनवाई आज बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में कामकाज सुचारू रूप से शुरु हो गया है. कल जज कोर्ट से पहले चाय पर मिले. सभी जज आपस में मिले और बातें की. जजों के लाउंज में आज स्टाफ की गैरमौजूदगी में 15-20 मिनट तक सभी जज बैठे और बातें की. वहीं, सोहराबुद्दीन एनकाउंटर के केस की सुनवाई कर रहे सीबीआई के जज लोया की मौत की जांच की मांग उठ रही है. आज इस मांग पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. जजों के आपसी मदभेद की जड़ में जज लोया की मौत का मुद्दा था. वहीं, कल अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने कहा कि जजों के बीच विवाद सुलझ गया है.