Heritage Sites in India: भारत में तीन नए सांस्कृतिक स्थलों को यूनेस्को (UNESCO) की विरासत स्थलों की अस्थायी सूची में जोड़े गए हैं. इस बात की जानकारी मंगलवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने दी. तीन नए सांस्कृतिक स्थलों में मोढेरा में प्रतिष्ठित सूर्य मंदिर, गुजरात में ऐतिहासिक वडनगर शहर और त्रिपुरा में उनाकोटी की रॉक-कट राहत मूर्तियां को शामिल किया गया है. 


भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने मंगलवार को कहा कि त्रिपुरा में उनाकोटी की कटी हुई राहत मूर्तियों को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की अस्थायी सूची में जोड़ा गया है. यूनेस्को की वेबसाइट एक अस्थायी सूची का वर्णन उन संपत्तियों की सूची के रूप में करती है, जिन्हें प्रत्येक राज्य पार्टी नामांकन के लिए विचार करने का इरादा रखती है.


केंद्रीय संस्कृति मंत्री ने दी बधाई 


केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने मंगलवार को इस खबर को साझा करते हुए ट्वीट किया और तीनों स्थलों की तस्वीरें भी शेयर कीं. किशन रेड्डी ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘बधाई हो भारत! भारत ने यूनेस्को की अस्थायी सूची में तीन और स्थल जोड़े हैं: पहला, गुजरात का वडनगर बहुस्तरीय ऐतिहासिक शहर, दूसरा, मोढेरा का सूर्य मंदिर और इसके आस-पास के स्मारक और तीसरा, उनाकोटी जिले की उनाकोटी श्रृंखला में पत्थरों पर उकेरी गई मूर्तियां.


एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की अस्थायी सूची में शामिल करने के लिए तीन स्थलों के नाम लगभग 15 दिन पहले भेजे गए थे. जहां तीनों नामों को स्वीकार कर लिया गया. हर साल यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल करने के लिए नामांकन अस्थायी स्थलों की सूची से भेजा जाता है. साइट का चुनाव केंद्र सरकार द्वारा तय किया जाता है. 


पीएम मोदी ने किया था मोढेरा में सूर्य मंदिर का दौरा


आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर में मोढेरा में सूर्य मंदिर का दौरा किया था. उन्होंने वहां हेरिटेज लाइटिंग का भी उद्घाटन किया था, जो मोढेरा में सूर्य मंदिर को भारत का पहला हेरिटेज साइट बनाता है, जो पूरी तरह से सौर ऊर्जा से संचालित होता है.


एएसआई ने कहा कि मोढेरा के सूर्य मंदिर और आस-पास के स्मारक, पहाड़ों में काटकर बनाई गई उनाकोटी की मूर्तियां तथा बहुस्तरीय शहर वडनगर यनेस्को की अंतरिम सूची में जोड़े गए तीन नए स्थलों में शामिल हैं. इससे भारतीय सांस्कृतिक विरासत को बहुत प्रोत्साहन मिलेगा.


ये भी पढ़ें: चीन-अमेरिका में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र की एडवाइजरी, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें पॉजिटिव रिपोर्ट