दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग ने शिक्षा को लेकर दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं. कोरोनाकाल में प्राइवेट स्कूलों में EWS श्रेणी के तहत एडमिशन के लिए चयनित बच्चों के दाखिले की प्रक्रिया धीमी होने के चलते सरकार ने प्राइवेट स्कूलों को जल्द से जल्द प्रक्रिया पूरी करने को कहा है. इसके साथ ही दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने 19 जुलाई से 31 जुलाई के बीच स्पेशल PTM आयोजित करने का एलान भी किया है.


दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत सभी प्राइवेट स्कूलों को अपने स्कूलों में नर्सरी एडमिशन के दौरान कुल सीटों का 25% आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षित रखना होता है. दिल्ली सरकार ड्रा के जरिये इन आरक्षित सीटों पर स्टूडेंट्स का चयन करती है. इस साल लगभग 32,500 बच्चों को EWS कैटगरी के तहत प्राइवेट स्कूलों में दाखिले के लिए चयनित किया गया है और उनके नाम स्कूलों को भेज दिए गए है.


प्राइवेट स्कूलों को निर्देश जल्द से जल्द EWS श्रेणी में चयनित बच्चों के दाखिलों की प्रक्रिया पूरी हो- मनीष सिसोदिया


दरअसल EWS कैटेगरी के एडमिशन के लिए प्राइवेट स्कूल पहले सामान्य श्रेणी के 3 बच्चों का एडमिशन करते है उसके बाद EWS श्रेणी के 1 बच्चे का. लेकिन कोरोना की विषम परिस्थितियों में स्कूलों में सामान्य श्रेणी के एडमिशन पूरे नहीं हो पाए है जिसकी वजह से स्कूल EWS श्रेणी के बच्चों को दाखिला देने से मना कर रहे हैं. इसे लेकर उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्राइवेट स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे जल्द से जल्द EWS श्रेणी में चयनित बच्चों के दाखिलों की प्रक्रिया पूरी करें.


उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि भले ही किसी प्राइवेट स्कूल में जनरल कैटेगरी के एडमिशन नहीं हुए हो या फिर उसमें समय लग रहा हो लेकिन सरकार ने किसी स्कूल के लिए जितने EWS कैटेगरी के एडमिशन अलॉट किए हैं स्कूलों को उन सभी को एडमिशन देना होगा. दिल्ली सरकार इन स्कूलों को EWS श्रेणी के दाखिले पर फीस व अन्य शुल्क के रूप में प्रति बच्चा प्रतिमाह 2260 रुपये देती है. एडमिशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्राइवेट स्कूलों को इस राशि का भुगतान कर दिया जाएगा.


मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में स्पेशल पीटीएम की घोषणा करते हुए कहा कि कोरोना के कारण स्कूलों का खुलना अभी तय नहीं है. स्कूल बंद होने और बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई होने के कारण पेरेंट्स की भी भूमिका बदलती जा रही है. इसलिए ये निर्णय लिया गया है कि कोविड संबंधी सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 19 जुलाई से 31 जुलाई के बीच दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों में एक स्पेशल पीटीएम का आयोजन किया जाएगा. पीटीएम में अभिभावकों को बच्चों की आगे की पढ़ाई और कोरोना काल में पैरेंटिंग से संबंधित जानकारी दी जाएगी. उपमुख्यमंत्री ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले सभी बच्चों के पेरेंट्स से अपील की, कि सभी पेरेंट्स ये सुनिश्चित करे कि उन्हें स्कूलों में जाकर अपने बच्चों के शिक्षकों से मिलना है.


उपमुख्यमंत्री ने पिछले हफ्ते अधिकारियों के संग बैठक की


इसके अलावा कक्षा 6 के लिए जॉइंट पीटीएम का आयोजन किया जाएगा. हर साल लगभग 1.5 लाख बच्चे प्लान एडमिशन के तहत एमसीडी स्कूलों से दिल्ली सरकार के स्कूलों में कक्षा 6 में दाखिला लेते हैं. ये PTM इन बच्चों के लिए काफी महत्वपूर्ण होगी. सरकार ने निर्णय लिया है कि कक्षा 6 के लिए होने वाले पीटीएम में एमसीडी स्कूलों के कक्षा 5 में पढ़ाने वाले शिक्षक भी शामिल होंगे क्योंकि ये बच्चों को पिछले 5 सालों से जानते हैं.


ये दिल्ली सरकार के स्कूलों में कक्षा 6 में पढ़ाने वाले शिक्षकों के साथ बच्चों की जानकारियां साझा करेंगे ताकि दिल्ली सरकार के स्कूलों के शिक्षकों को बच्चों के लिए बेहतर शैक्षणिक प्लानिंग करने में मदद मिल सके. इससे जुड़ी उपमुख्यमंत्री ने पिछले हफ्ते तीनों एमसीडी के कमिश्नरों, शिक्षा सचिव, शिक्षा निदेशक व अन्य वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की थी.


यह भी पढ़ें.


उमर अब्दुल्ला की मांग- पहले जम्मू-कश्मीर को मिले राज्य का दर्जा फिर हो चुनाव