नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है. इस खत में सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को कई सुझाव दिए हैं. उन्होंने लघु और मध्यम उद्योग में काम करने वाले लोगों के लिए एक लाख करोड़ का वेतन सुरक्षा पैकेज देने की मांग की है.

इसके अलावा 1,00,000 करोड़ की रिण गारंटी देने का सुझाव भी दिया है. उन्होंने अपील की है कि RBI और केंद्र सरकार इसमें अर्थिक सहयोग करें. वहीं सोनिया गांधी ने कहा है कि MSME सेक्टर के लिए 1 लाख करोड़ के क्रेडिट गारंटी फंड का निर्माण किया जाना चाहिए. ऐसा करने से सेक्टर में लिक्विडिटी के साथ सेक्टर के पास पर्याप्त पूंजी पहुंच जाएगी. जिसका इस्तेमाल MSME सेक्टर उस वक्त कर सकेगा जब उसे इसकी सबसे ज्यादा जरूरत होगी.

अपने अन्य सुझाव में सोनिया गांधी ने MSME सेक्टर के लिए एक 24 घंटे हेल्पलाइन जारी करने की मांग की है. वहीं एक और सुझाव देते हुए उन्होंने कहा है कि सरकार को MSME सेक्टर को राहत देने के लिए टैक्स में भी रियायत देनी चाहिए.

इससे पहले कांग्रेस ने लॉकडाउन पर उठाया सवाल

इससे पहले आज कांग्रेस ने लॉकडाउन को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने कहा कि नोटबंदी की तरह ही लॉकडाउन भी अनियोजित तरीके से लागू किया गया, नतीजा ये हुआ कि देश को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. इतना ही नहीं कांग्रेस ने ये दावा किया कि एक अनुमान के अनुसार 3 मई तक जीडीपी के 8.1 फीसदी के समान असर पड़ेगा.

बेरोजगार हुए युवाओं के लिए विशेष राहत योजना पेश करे सरकार- कांग्रेस

कांग्रेस ने कहा, ''बगैर सोचे-समझे और योजना के बिना कठोर फैसले लेने में समस्या यह है कि इसका नुकसान सिर्फ आर्थिक नहीं है. नोटबंदी की तरह ही बिना प्लान के लागू लॉकडाउन से भारत को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. एक अनुमान के अनुसार 3 मई तक जीडीपी के 8.1 प्रतिशत के समान असर पड़ेगा.'' इसके साथ ही पार्टी ने कहा, लॉकडाउन का असर युवाओं के रोजगार पर भी देखने को मिल रहा है. भारत में बेरोजगारी दर में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है. बीजेपी सरकार को लॉकडाउन के दौरान बेरोजगार हुए युवाओं के लिए विशेष राहत योजना पेश करनी चाहिए.''