नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली के लोगों से साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखने और धर्म के आधार पर देश को बांटने की ‘बुरी मंशा’ रखने वाली ताकतों को हराने की सोमवार को अपील की. उन्होंने हिंसा में हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया और उनके परिवार के प्रति एकजुटता जताई.
कांग्रेस नेता ने एक बयान में कहा, ‘‘महात्मा गांधी की धरती पर हिंसा की कोई जगह नहीं हो सकती और न ही देश में ऐसी ताकतों के लिए कोई जगह हो सकती है जो लोगों पर अपनी साम्प्रदायिक और विभाजनकारी विचारधारा थोपना चाहती हैं.’’
इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'दिल्ली में आज की हिंसा परेशान करने वाली है और इसकी निंदा की जानी चाहिए. शांतिपूर्ण विरोध स्वस्थ लोकतंत्र का प्रतीक है, लेकिन हिंसा को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता. मैं दिल्ली के नागरिकों से अनुरोध करता हूं कि वे उकसावे में नहीं आएं और संयम, करुणा और समझ दिखाएं.'
बता दें कि सोमवार को राजधानी दिल्ली के कई इलाकों नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर खूब बवाल हुआ जिसके बाद हालात बेकाबू हो गए हैं. उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा और आगजनी हुई है. जाफराबाद और मौजपुर में कई कई गाड़ियों, दुकानों और मकानों में आग लगा दी गई. सीएए को लेकर झड़प के दौरान दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल समेत तीन लोगों की जान चली गई. वहीं हिंसा की घटनाओं के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली में कई जगहों पर धारा 144 लागू है.
कैसे शुरू हुई हिंसा?
दरअसल, आज मौजपुर और कबीर नगर इलाके में सीएए को लेकर समर्थन और विरोध में लोग सड़क पर आ गए. करीब साढ़े दस बजे दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई. मौजपुर में सीएए के समर्थन में लोग सड़कों पर उतरे हुए थे वहीं कबीर नगर में विरोध में लोग सड़कों पर आए थे. पत्थरबाजी कई घटों तक चली. इस बीच उत्तर-पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से आगजनी और पत्थरबाजी की खबरे आने लगीं. दोपहर दो बजे के आसपास जाफराबाद में एक घर में आग लगा दी गई. बता दें कि रविवार को दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर में पत्थरबाजी हुई थी.