Jammu-Kashmir News: कश्मीर में हुई बर्फबारी के बाद घुसपैठ के पारंपरिक रास्ते बंद होने के बाद, अब आतंकी जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ करने की फिराक में हैं. जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए जहां बीएसएफ (BSF) ने सीमा पर मुस्तैदी बढ़ा दी है. वही बीएसएफ में अपने बेड़े में कहीं देशी और विदेशी हथियार शामिल किए हैं ताकि घुसपैठियों को सीमा पर ही पकड़ा जा सके.
कश्मीर में हुई बर्फबारी के बाद घुसपैठ के रास्ते बंद हो गए हैं. जिसके बाद अब आईएसआई (ISI) और आतंकी संगठन जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ कराने की ताक में बैठे हैं. बीएसएफ (BSF) की मानें तो बर्फबारी के मौसम में अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ का ट्रेंड काफी पुराना है और बीएसएफ (BSF) भी पाकिस्तान (Pakistan)के इन मंसूबों को भली-भांति जानती है.
सीमा पर अत्याधुनिक उपकरण तैयार
सर्दियों के मौसम में अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ रोकने के लिए यहां बीएसएफ (BSF) ने सीमा पर तैनाती और अत्याधुनिक उपकरण तैनात किए हैं वहीं अब बीएसएफ (BSF) ने घुसपैठ कर रहे आतंकियों की कब्र खोदने का इंतजाम भी कर लिया है. यह है बीएसएफ के बेड़े में हाल ही में शामिल की गई 5.5m x9 असॉल्ट राइफल (Assault Refle). जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएसएफ ने इसराइल में बनी इस साल ट्रफल को हाल ही में अपने बेड़े में शामिल किया है ताकि सीमा पर ही आतंकियों को खत्म किया जा सके.
घुसपैठियों की अब खैर नहीं
बीएसएफ के बेड़े में शामिल हुई एस्कॉर राइफल की सबसे बड़ी खासियत है कि यह लेजर गाइडेड राइफल है मतलब घुसपैठिया भारतीय सीमा में दाखिल हुआ नहीं कि लेजर की मदद से एक ही गोली में सीमा पर तैनात जवान उसका काम तमाम कर देंगे. इस राइफल की रेंज 300 मीटर है और यह 600 से 1000 राउंड तक फायर कर सकती है.
इसके साथ ही बीएसएफ में इटली में बनी स्मॉल मशीन गन ब्रेटा को भी अपने बेड़े में शामिल किया है. जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएसएफ की माने तो यह स्मॉल मशीन का ब्रेटा आतंकियों का काल साबित हो सकता है. छोटा होने के कारण इस मशीन गन को आराम से लाया और ले जाया जा सकता है और इसे सीमा पर तैनात जवान एक ही हाथ से इस्तेमाल कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें: Jammu Kashmir: पाकिस्तान से दो घुसपैठ की कोशिशें नाकाम, एक को मार गिराया गया दूसरा गिरफ्तार