एक तरफ कोरोना की दूसरी लहर का तांडव मचा हुआ है वही दूसरी तरफ लोगों का शरीर कोरोना के खिलाफ अपनी क्षमता को भी मजबूत कर रहा है. इसी बात को परखने के लिए राजधानी दिल्ली में सोमवार से छठा सीरो सर्वे शुरू हो सकता है. छठे सर्वे में 272 वार्ड में 28 हजार सैंपल लिए जाएंगे. रिपोर्ट के मुताबिक छठे सर्वे में हर वार्ड से 100 लोगों के सैंपल लिए जाएंगे. सर्वे में वो लोग भी शामिल होंगे जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है ताकि यह देखा जा सके कि उनमें कोरोना के खिलाफ एंडीबॉडी कितना विकसित हुआ है.
दिल्ली की आधी आबादी कोरोना संक्रमित इससे पहले जनवरी में पांचवे सीरो सर्वे में सामने आया था कि दिल्ली की काफी ज़्यादा आबादी कोरोना संक्रमित हो चुकी थी. पांचवा सर्वे 15 जनवरी से 23 जनवरी के बीच कराया गया था, जिसमें कुल 28000 लोगों के सैंपल लिए गए थे और 56.13 फीसदी लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी पाई गई थी. इस बार के संक्रमण में उन लोगों से सवाल पूछे जाएंगे जिनके ब्लड सैंपल को पिछली बार Sars-Cov-2 virus के खिलाफ एंटीबॉडी परीक्षण के लिए रखे गए थे. इन लोगों में यह जाना जाएगा कि इन्हें वैक्सीन लगी या नहीं. इसके अलावा इन्हें कोरोना का संक्रमण हुआ है या नहीं.
कोरोना संक्रमण की दर को मापा जाएगा सर्वे में जनवरी से अप्रैल के बीच Sars-Cov-2 virus के कारण होने वाले कोरोना संक्रमण की दर को मापा जाएगा. इस बार के सर्वे में भी वही प्रोटोकॉल अपनाया जाएगा जो पिछली बार के सर्व में अपनाया गया था. दिल्ली में 272 वार्ड हैं. इनमें प्रत्येक वार्ड से सिर्फ सौ लोगों से सैंपल लिए जाएंगे. यानी कुल 28 हजार सैंपलों से इस बात का पता लगाया जाएगा कि दिल्ली में अब तक कितने लोगों को कोरोना संक्रमण हो चुका है और कितने लोगों ने कोरोना के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास कर लिया है.
ये भी पढ़ें-
महाराष्ट्र में अब तक 97 लाख से ज्यादा लोगों को लगी कोरोना की वैक्सीन