India- Nepal Annual Border Meeting: भारत और नेपाल के बीच बॉर्डर एरिया को लेकर काठमांडू में गुरुवार को बैठक हुई. बैठक में भारत की तरफ से सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक सुजॉय लाल थाओसेन और नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के महानिरीक्षक राजू आर्य मौजूद रहे.
बैठक 27 से 29 सितंबर तक चली. भारत और नेपाल ने अन्य देशों से अपने-अपने बॉर्डर एरिया के दुरुपयोग से रोकने पर सहमत हुए हैं. उनके उच्च अर्धसैनिक अधिकारियों ने भारत-नेपाल सीमा से दूसरे देश के नागरिकों को अवैध सीमा पार करने से रोकने पर भी चर्चा की. साथ-ही-साथ सीमा पार अपराधों को रोकने के लिए सिस्टम के इस्तेमाल पर चर्चा की. भारत-नेपाल सीमा पर सूचना और सुरक्षा बढ़ाने के लिए भी जोर दिया गया.
कौन से देशों के नागरिकों को रोकने पर हुई बात?
वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया कि भारत ने पाकिस्तान और चीन के नागरिकों के प्रवेश को रोकने का अनुरोध किया. इस प्रतिनिधिमंडल में पंकज दरद (आईपीएस), आईजी, आईजी पीके गुप्ता, एस सुब्रमण्यम- डीआईजी एसएसबी शामिल थे. डीजी थाओसेन के नेतृत्व में एसएसबी प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्री बाल कृष्ण खंड से भी मुलाकात की और भारत और नेपाल के दो सीमा बलों के बीच दोस्ती और सहयोग को मजबूत करने के लिए काम करने का बात किया.
नेपाल के चुनावों पर भी हुई चर्चा
बैठक में नेपाल में होने वाले आगामी संघीय और प्रांतीय चुनावों के सुरक्षा मुद्दों पर भी चर्चा की गई. इस तरह की बैठक की शुरुआत महानिदेशक, एसएसबी और महानिरीक्षक, एपीएफ ने 2012 से हर साल भारत और नेपाल में वैकल्पिक रूप से हो रही है. इससे पहले, डीजी, एसएसबी (भारत) और आईजी, एपीएफ (नेपाल) के बीच 5वीं वार्षिक समन्वय बैठक पिछले साल अक्टूबर में नई दिल्ली में आयोजित की गई थी. 7वीं समन्वय बैठक अगले साल भारत में होने की संभावना है.
5वीं वार्षिक बैठक कहां हुई थी?
5वीं वार्षिक बैठक 4 अक्टूबर को भारत की राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली में शुरू हुई थी. तब भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व डीजी बीएसएफ कुमार राजेश चंद्र ने किया था और इसमें एसएसबी, गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल थे. नेपाल प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व एपीएफ के आईजी शैलेन्द्र खनाल ने किया और इसमें नेपाल के गृह और विदेश मंत्रालयों के एपीएफ अधिकारी शामिल थे. नेपाल पांच भारतीय राज्यों - सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के साथ 1,850 किमी से अधिक की सीमा से जुड़ा है.
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