Shivraj Singh Chouhan On Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मृत्यु कुंभ वाली टिप्पणी को लेकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उन पर हमलावर है. ताजा घटनाक्र में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम ममता बनर्जी को निशाने पर लेते हुए कहा कि जो लोग सनातन पर उंगली उठाते हैं वो खुद का ही नुकसान करते हैं.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘सनातन का अपमान करना इनका स्वभाव बन गया है. भारतीय संस्कृति आज नहीं हजारों सालों से गंगा की धार की तरह प्रवाहित होती रही है. आगे बढ़ती रही है. ऐसे लोग जो सनातन पर उंगली उठाते हैं, ऐसे लोग अपना ही नुकसान करेंगे. लोगों की आस्थाओं और भावनाओं पर इस तरह चोट करना भी अपराध है.’
संत समाज ने की सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की मांग
संत समाज ने भी टीएमसी चीफ ममता बनर्जी के महाकुंभ को मृत्यु कुंभ कहने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. संत समाज का कहना है कि उनका बयान सनातन धर्म का अपमान है और उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग करते हैं.
श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के राष्ट्रीय सचिव महंत जमुना पुरी ने कहा कि ममता बनर्जी को जिम्मेदार पद पर रहते हुए ऐसा बयान देना शोभा नहीं देता. उन्होंने कहा, "प्रयागराज महाकुंभ अमृत पर्व है, जिसकी दिव्यता और भव्यता पूरी दुनिया ने देखी है. उन्हें महाकुंभ के नाम के साथ ऐसे अपमानजनक शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए."
‘हिंदू सनातनियों के लिए बंगाल बना मृत्यु प्रदेश’
पंच दशनाम आह्वान अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरुण गिरि ने बंगाल सीएम के बयान की कड़ी आलोचना की और कहा, ‘पश्चिम बंगाल हिंदू सनातनियों के लिए 'मृत्यु प्रदेश' बनता जा रहा है. हजारों सनातनियों का नरसंहार किया जा रहा है और लाखों हिंदुओं को चुनाव के समय पलायन करना पड़ रहा है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘उन्हें अपने राज्य की चिंता करनी चाहिए, उत्तर प्रदेश की नहीं. योगी आदित्यनाथ को महाकुंभ के लिए वैश्विक मान्यता मिली है और उन्होंने इस भव्य आयोजन के साथ एक नया इतिहास रच दिया है.’