ICC World Cup Schedule: आईसीसी की तरफ से वर्ल्ड कप 2023 के सभी मैचों का शेड्यूल जारी कर दिया गया है. जिसमें बताया गया है कि विश्वकप का पहला और आखिरी मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा. अब इसे लेकर विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि इस पूरे शेड्यूल में राजनीतिक हस्तक्षेप की झलक दिखती है. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने आईसीसी वर्ल्ड कप का शेड्यूल पोस्ट करते हुए अहमदाबाद अब देश का नया क्रिकेट कैपिटल बन गया है. 


इन शहरों में होंगे मैच
आईसीसी के शेड्यूल के मुताबिक वर्ल्ड कप के मैच हैदराबाद, अहमदाबाद, धर्मशाला, दिल्ली, चेन्नई, लखनऊ, पुणे, बेंगलुरू, मुंबई और कोलकाता में होंगे. गुवाहाटी और तिरूवनंतपुरम के अलावा हैदराबाद में 29 सितंबर से तीन अक्टूबर तक प्रैक्टिस मैच खेले जाएंगे. 


थरूर ने जताई नाराजगी
कांग्रेस नेता और तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सांसद शशि थरूर ने विश्व कप के किसी मुकाबले का आयोजन उनके शहर में नहीं होने पर आपत्ति जताई.  उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ये देखकर निराशा हुई कि तिरुवनंतपुरम विश्वकप की कार्यक्रम सूची में नहीं है, जबकि बहुत सारे लोग इसके क्रिकेट स्टेडियम के सर्वश्रेष्ठ स्टेडियम के रूप में सराहते हैं. अहमदाबाद देश में क्रिकेट की राजधानी बन रहा है, लेकिन केरल के हिस्से में कोई मैच नहीं आया है.’’






टीएमसी नेता ने कसा तंज
टीएमसी नेता साकेत गोखले ने भी वर्ल्ड कप के मैचों को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "आईपीएल 2023 का उद्घाटन मैच नरेंद्र मोदी स्टेडियम में, आईपीएल 2023 फाइनल नरेंद्र मोदी स्टेडियम में, क्रिकेट विश्व कप 2023 का उद्घाटन मैच नरेंद्र मोदी स्टेडियम में, क्रिकेट विश्व कप 2023 फाइनल मैच नरेंद्र मोदी स्टेडियम में...जय शाह- बीसीसीआई सचिव और अमित शाह के बेटे- ये सुनिश्चित करते हैं कि गुजरात को हमेशा अन्य राज्यों के मुकाबले प्राथमिकता मिले."


मोहाली में मैच नहीं होने पर भी सवाल
थरूर के अलावा पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हायर ने विश्वकप मुकाबले की मेजबानी करने वाले शहरों में मोहाली को शामिल नहीं किए जाने की निंदा की. उन्होंने दावा किया कि मेजबान शहरों का सेलेक्शन राजनीतिक कारणों से प्रेरित है. हायर के मुताबिक, राज्य सरकार ‘भेदभाव’ के इस मुद्दे को उचित स्तर पर उठाएगी. उनका कहना है कि मोहाली क्रिकेट स्टेडियम 1996 और 2011 के विश्व कप के कुछ प्रमुख मुकाबलों का गवाह रहा है, लेकिन इस बार इसे एक भी मैच की मेजबानी का मौका नहीं दिया गया. पंजाब के मंत्री ने तंज कसते हुए कहा, ‘‘सब जानते हैं कि बीसीसीआई की अगुवाई कौन कर रहा है.’’


(इनपुट- भाषा से भी)



ये भी पढ़ें - विपक्षी एकता की मुहिम में शामिल इन बड़े नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप, करीबी जा चुके हैं जेल