नई दिल्ली: देश में 28 और 29 मार्च की दरमियानी रात को शब-ए-बारात का त्योहार मनाया जाएगा. इस मौके पर करोड़ों मुसलमान रातभर अपने घरों और मस्जिदों में इबादत करते हैं. शब-ए-बारात को इबादत का त्योहार भी कह सकते हैं. इस रात में मुसलमान अपने रिश्तेदारों और दोस्तों की कब्रों पर जाकर उनके लिए दुआएं करते हैं. साथ ही अपने गुनाहों से तौबा भी करते हैं.


शब-ए-बारात के मौके पर कई मुसलमान दो दिनों तक रोज़ा भी रखते हैं. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, शाबान महीने की 14वीं और 15वीं तारीख को शब-ए-बारात मनाई जाती है. इस साल शब-ए-बारात की शुरुआत. इस बार इसे 28 से 29 मार्च के बीच मनाया जाएगा.


आपको बता दें कि पिछले साल कोरोना वायरस की वजह से देशव्यापी लॉकडाउन था, जिसके चलते शब-ए-बारात के त्योहार पर रौनक नहीं थी. लोगों ने अपने घरों में ही नमाज़ें अदा की और तमाम तरह की इबादतों को अंजाम दिया. हालांकि इस बार हालात पिछले साल से कुछ बेहतर हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ें हैं.


यही वजह है कि प्रशासन ने शब-ए-बारात को लेकर भी दिशानिर्देश जारी किए हैं. कई राज्यों ने लोगों को कोरोना गाइडलाइन के पालन करने की सलाह दी है. ताकी त्योहार में कोरोना की रफ्तार और ज्यादा न बढ़ जाए.


29 मार्च को है होली


कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच 29 मार्च को हिंदू समुदाय देश में होली का त्योहार मनाएंगे. ऐसे में केंद्र से लेकर राज्य सरकारें, सभी सतर्क हैं. कई राज्य सरकारों ने सार्वजनिक रूप से होली मनाने पर पाबंदी लगाई है और घरों में परिवार के साथ ही इस त्योहार को मनाने को कहा है.


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