नई दिल्ली: कुलभूषण जाधव की फांसी पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि उनके पास सजा के खिलाफ अपील करने के लिए 60 दिन का समय है.  भारतीय कारोबारी और नौसेना के पूर्व अफसर कुलभूषण जाधव को दूसरे देश से अगवा करके और जासूसी का झूठा आरोप लगाकर पाकिस्तान में मौत की सजा दिए जाने के बाद भारत का गुस्सा सड़क से संसद तक दिख रहा है. सरकार ने साफ कहा है कि कुलभूषण को बचाने के लिए हर रास्ता अपनाएंगे. हर तरफ से एक ही आवाज उठ रही है कुलभूषण जाधव को बचाना है. सरकार का रुख साफ है. वो हर कदम के लिए तैयार है. सरकार और विपक्ष एकजुट हैं. विदेश मंत्री के मुताबिक वो कुलभूषण के परिजनों के संपर्क में हैं लेकिन खबर है कि परिवार मुंबई छोड़कर कहीं और चला गया है. ऐसा शायद मीडिया से बचने के लिए किया गया है. सरकार ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब कर साफ कहा है कि अगर सजा नहीं रोकी तो इसे हत्या माना जाएगा. सरकार ने पाकिस्तानी कैदियों की रिहाई भी रोक दी है. इस मामले पर राज्यसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि कुलभूषण जाधव को झूठे आरोप में फंसाया गया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से जासूसी के आरोप सरासर गलत हैं. सुषमा ने कहा कि कुलभूषण को सजा सुनियोजित साजिश है. उनके खिलाफ जासूसी के कोई सबूत नहीं है. उन्होंने सदन को बताया कि कुलभूषण को बचाने के लिए जो भी किया जा सकता है भारत सरकार वह सब करेगी. जाधव को ईरान से अगवा करके गिरफ्तारी पाकिस्तान के बलूचिस्तान से दिखाई गई. नौसेना छोड़ने के बाद से जाधव कार्गो व्यापार करते थे और उसी सिलसिले में ईरान गए थे. सरकार ने जाधव के नौसेना या RAW से जुड़े होने से इनकार करते हुए विरोध जताया था. पाकिस्तान की सैनिक अदालत ने जाधव को एकतरफा सजा दे दी और बचाव के लिए मौका नहीं दिया. इस सजा के तार नेपाल से जुड़ रहे हैं. हाल ही में लुंबनी से पाकिस्तानी सेना का एक पूर्व अधिकारी कर्नल मोहम्मद हबीब गायब हो गया था. पाकिस्तान के मुताबिक वो एक इंटरव्यू देने गया था. हसीब के परिजनों और पाक मीडिया ने रॉ पर इल्जाम मढ़ दिए और इसी के बदले के तौर पर कुलभूषण की हत्या की तैयारी शुरू की गई. ये सब तब है जब नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज जाधव को बेगुनाह बता चुके हैं और गिरफ्तारी के वक्त भी उनके पास वैध वीजा मिला था. इस मामले में आज गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में बयान दिया. राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि पाकिस्तान की तरफ से कुलभूषण पर लगाए गए सभी आरोप गलत हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने ईरान से कुलभूषण का अपहरण किया था. उन्होंने संसद को आश्वस्त किया कि भारत सरकार को कुलभूषण को न्याय दिलाने के लिए जो भी करना पड़े वह जरुर करेगी. पाकिस्तान में कुलभूषण को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद देशभर में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. राजधानी दिल्ली सहित मुंबई, नागपुर और पटना तक लोग हाथों में बैनर लिए सड़कों पर उतर आए हैं. लोग हाथों में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और भारत में पाकिस्तान के राजदूत अब्दुल बासित की तस्वीर लिए अपना विरोध जता रहे हैं और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.