Sandeshkhali Bermajur Protest: पश्चिम बंगाल के हिंसाग्रस्त संदेशखाली में हालात अभी सुधरते नजर नहीं आ रहे हैं. संदेशखाली के बरमजुर इलाके में रव‍िवार (25 फरवरी) को एक बार फ‍िर लोगों ने  व‍िरोध प्रदर्शन शुरू कर द‍िया है. व‍िरोध प्रदर्शन करने को सड़कों पर उतरे लोगों में ज्‍यादातर महिलाएं शामि‍ल रहीं. प्रदर्शनकारी मह‍िलाओं ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता अजीत मैतई की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की.

  


प्रदर्शनकारी महिलाओं ने आरोप लगाया क‍ि अजीत मैतई टीएमसी नेता शाहजहां शेख का करीबी सहयोगी है और उसके साथ कथ‍ित तौर पर जमीन हड़पने और जबरन वसूली के मामलों में संल‍िप्‍त है. 


स्थानीय लोगों की ओर से क‍िए जा रहे प्रदर्शन और ग‍िरफ्तारी की मांग के बीच तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने भी कार्रवाई करते हुए अजीत मैतई को उसके पद से हटा द‍िया है. मैतई टीएमसी के आंचल अध्यक्ष थे. 


अजीत मैतई ने किसी और के घर में लिया हुआ आश्रय


इंडिया टुडे की एक र‍िपोर्ट के मुताब‍िक, सूत्रों के हवाले से पता चला है क‍ि अजीत मैतई ने किसी और के घर में आश्रय ल‍िया हुआ है, लेक‍िन मकान माल‍िक की ओर से उसको वहां से जाने के ल‍िए भी कहा है. बावजूद इसके वो उनके घर से बाहर जाने का तैयार नहीं हैं. 


अजीत मैतई के साथ मारपीट का वीड‍ियो भी हुआ था वायरल 


गौरतलब है क‍ि समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से शुक्रवार (23 फरवरी) को अजीत मैतई के घर की एक वीड‍ियो साझा की थी ज‍िसमें कुछ प्रदर्शनकारी ग्रामीण उनके घर के बाड़ आद‍ि को तोड़कर पर‍िसर में जबरन घुस जाते हैं. उनके साथ धक्‍का मुक्‍की करते और चप्‍पलों से पीटते नजर आते हैं. टीएमसी नेता मैतई के साथ मारपीट की घटना के दौरान उसके परिवार वालों को बीच बचाव करते हुए भी देखा गया.  


'टीएमसी प्रतिनिधिमंडल का दूसरे द‍िन संदेशखाली का दौरा' 


इस बीच देखा जाए तो तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने रव‍िवार को लगातार दूसरे द‍िन अंशांत संदेशखाली क्षेत्र का दौरा क‍िया. इस दौरान ग्रामीणों की शिकायतों को सुना जोक‍ि सत्तारूढ़ दल के लोकल लीडर्स के कथित अत्याचारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.  






प्रति‍न‍िधि‍मंडल ने श‍िकायत समाधान को मांगा डेढ़ माह का वक्‍त 


टीएमसी के प्रतिनिधिमंडल में राज्य के मंत्री पार्थ भौमिक और सुजीत बोस आद‍ि प्रमुख रूप से शाम‍िल हैं. बरमाजुर क्षेत्र के दौरे के दौरान उन्‍होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की और उनसे समस्‍याओं व श‍िकायतों का समाधान कराने के ल‍िए डेढ़ माह का वक्‍त मांगा. नेताओं ने लोगों को आश्‍वस्‍त क‍िया जमीन हड़पने की ज‍ितने घटनाएं सामने आई हैं उन सभी को वैर‍िफाई कराया जाएगा. बारी-बारी से इन सभी का समाधान नि‍काला जाएगा. इसके ल‍िए अध‍िकार‍िक प्रक्र‍िया की जरूरत पड़ेगी ज‍िसके पूरा करने में थोड़ा वक्‍त लगेगा. एक समय में सभी समस्‍याओं का समाधान नहीं क‍िया जा सकता है.  


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