BJP On Sanatan Dharma: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन और डीएमके सांसद ए राजा के बाद अब शिक्षा मंत्री के पोनमुंडी के सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयान से सियासी बखेड़ा खड़ा हो गया है. बीजेपी ने कांग्रेस सहित पूरे विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' पर निशाना साधा. वहीं कांग्रेस ने भी पटलटवार किया. 


बीजेपी ने आरोप लगाया कि वोट बैंक की राजनीति के लिए सनातन धर्म पर हमला विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (इंडिया) का गुप्त एजेंडा है. इसपर कांग्रेस ने जवाब दिया और कहा कि हमें ढोंगी लोगों से सीखने की जरूरत नहीं है. 


दरअसल, तमिलनाडु सरकार में शिक्षा मंत्री और डीएमके नेता के पोनमुंडी ने कथित तौर पर कहा है कि ‘इंडिया’ का गठन ‘सनातनी विचारधारा के विरोध में’ किया गया है. 


बीजेपी ने क्या कहा?
इस बयान पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन का गठन ही सनातन धर्म के विरोध में किया गया है. यह कांग्रेस, उसके पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है. 


नड्डा ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में लिखा, ‘‘आईएनडीआई गठबंधन की मुंबई बैठक के दो दिन बाद उदयनिधि स्टालिन का बयान आना, फिर प्रियांक खरगे का सनातन पर आघात और आज द्रमुक के मंत्री का ये स्वीकार करना कि आईएनडीआई गठबंधन का गठन ही सनातन धर्म के विरोध में किया गया था, यह सोनिया गांधी, राहुल और कांग्रेस की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है. ’’


उन्होंने आगे कहा, ''कांग्रेस और आईएनडीआई गठबंधन को इस बयान पर अपना मत स्पष्ट करना चाहिए और उन्हें बताना चाहिए कि क्या संविधान में किसी धर्म के बारे में आपत्तिजनक बयान देने का अधिकार है?'' उन्होंने यह सवाल भी किया कि क्या विपक्षी गठबंधन के लोगों को संविधान के प्रावधानों की जानकारी नहीं है?


नड्डा ने कहा, ‘‘आईएनडीआई गठबंधन, कांग्रेस, सोनिया और राहुल बताएं कि मोहब्बत की दुकान के नाम पर सनातन धर्म के खिलाफ नफरत का सामान क्यों बेचा जा रहा है? यह नफरत का मेगा मॉल सिर्फ सत्ता के लिए है- बांटो और राज करो.’’






सोनिया गांधी का किया जिक्र 
बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधा और कहा कि सोनिया गांधी इस मामले पर अगर चुप्पी साधे रहेंगी तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि सनातन धर्म का विरोध करना ‘इंडिया’ के न्यूनतम साझा कार्यक्रम का हिस्सा है. 


कांग्रेस पर हमला करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि डीएमके से लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और समाजवादी पार्टी (सपा) जैसे दलों के कुछ नेता सनातन धर्म और हिंदू धर्म से जुड़े पवित्र ग्रंथों की आलोचना करने में मुखर रहे हैं, लेकिन क्या वे अन्य धर्मों और उनके पवित्र व्यक्तित्वों की आलोचना करने का साहस जुटा सकते हैं?


उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति और विरासत का हर रोज अपमान किया जा रहा है और बीजेपी इस मुद्दे को लेकर देश भर के गांवों में जाएगी. विकास और विरासत की भी बात करेगी. 


कांग्रेस ने दिया जवाब
कांग्रेस ने बीजेपी के विपक्ष पर हमले को लेकर पलटवार करते हुए मंगलवार को कहा कि उसे सनातन और राष्ट्रवाद पर ढोंगियों से प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है. पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कांग्रेस सर्वधर्म समभाव में विश्वास करती है. 


बीजेपी के रविशंकर प्रसाद के बयान के में पूछे जाने पर सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ‘‘बीजेपी से हमें राष्ट्रवाद, सनातन धर्म और आजादी के आंदोलन में योगदान पर प्रमाणपत्र नहीं चाहिए क्योंकि इन सब पर उसका स्कोर निल बटे सन्नाटा है. कांग्रेस सर्वधर्म समभाव में विश्वास करती है. ’’


आम आदमी पार्टी ने क्या कहा?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने सनातन धर्म विवाद को लेकर कहा कि किसी भी पार्टी के किसी छोटे नेता की टिप्पणी को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के आधिकारिक रुख के तौर पर नहीं देखा जा सकता.


बदरुद्दीन अजमल ने क्या कहा?
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के चीफ बदरुद्दीन अजमल ने मामले पर कहा कि किसी भी धर्म पर टिप्पणी करना सही नहीं है. हर किसी को एक दूसरे के धर्म का सम्मान करना चाहिए है. हम सनातन धर्म पर दिए गए सभी बयानों की निंदा करते हैं. 


इनपुट भाषा से भी. 


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