Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर 2024 को हुई हिंसा में मारे गए लोगो के बारे में पाकिस्तानी मौलाना से संभल के एक युवक के सवाल-जवाब किए जाने के बाद वायरल हुए वीडियो पर संभल पुलिस एक्टिव हो गई है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद अब संभल पुलिस इस युवक की तलाश में जुट गयी है. पुलिस की दो टीमें मोहम्मद आकिल नाम के इस युवक को तलाश कर रही हैं. इस बीच संभल में पुलिस ने हिंसा के दो आरोपियों मोहसिन और हसनैन को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के मुताबिक एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमे एक मोहम्मद आकिल नाम का युवक पाकिस्तान के एक मौलाना से ऑनलाईन प्लेटफार्म पर संभल हिंसा में मारे गये लोगो के बारे में पूछ रहा है की मारे गये लोग शहीद हैं या नहीं. वह व्यक्ति संभल का ही प्रतीत हो रहा है उसका पता लगाने के लिए पुलिस की दो टीमें लगाई गयी हैं जल्द ही उसका पता लगा कर उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी.
पाकिस्तानी मौलाना ने युवक को क्या दी सलाह?
वायरल वीडियो में पाकिस्तानी मौलाना ने युवक से कहा, "इस तरह कानून हाथ में लेकर पुलिस से भिड़ना ठीक नहीं है. आप लोगों को अदालत का सहारा लेना चाहिए और मारे गये लोगो मुसलमान थे इसलिए उन्हें मैं शहीद ही समझता हूं"
अब तक पुलिस 59 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. 24 दंगाइयों के गैर ज़मानती वारंट भी जारी हुए हैं जिनकी पुलिस को तलाश है इसके अलावा 55 उपद्रवी और हैं जिनकी तलाश पुलिस कर रही है. पुलिस का कहना है की सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा.
संभल में हिंसा की लपटें कैसे जल उठीं?
संभल में 24 नवंबर 2024 को शाही जामा मस्जिद के दूसरे सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर प्रशासन लगातार कार्रवाई करने में जुटा हुआ है. 19 नवंबर को शाही जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर होने का दावा पेश करने वाली एक याचिका सिविल जज सीनियर डिवीजन के न्यायालय में पेश की गई थी जिसके बाद न्यायालय ने उसी दिन इस मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति करते हुए सर्वे के आदेश दिए थे. जिसके बाद न्यायालय से नियुक्त कोर्ट कमिश्नर रमेश सिंह राघव ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मुलाक़ात की और उसी दिन शाही जामा मस्जिद का सर्वे किया गया था, लेकिन उस दिन सर्वे पूरा नहीं होने के कारण 24 नवंबर को दोबारा कोर्ट कमिश्नर डीएम और एसपी के साथ एक बार फिर से शाही जामा मस्जिद का सर्वे करने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, लेकिन इसी बीच दूसरे पक्ष ने सर्वे का विरोध शुरू कर दिया और पुलिस टीम पर पथराव और फायरिंग शुरू कर दी जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी.
हिंसा के बाद से ही प्रशासन लगातार इस मामले में कार्रवाई करने में जुटा हुआ है. इस मामले में जानकारी देते हुए संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि 24 नवंबर को हुई हिंसा में शामिल 24 दंगाइयों के वारंट जारी किए गए है और इस मामले में वांछित 55 लोगों के गैर जमानतीय वारंट लेने के प्रयास किए जा रहे है. अब तक इस मामले में कुल 59 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है.
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