वाइफ का फुलफॉर्म बताकर विवादों में घिरे तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगदगुरु रामभद्राचार्य ने अब पत्नी पर बयान दिया है. उनका यह बयान संभल में शुरू हो चुकी साप्ताहिक श्री कल्कि कथा के आयोजन के पहले आया है. उन्होंने कहा,'हमारे यहां तलाक का कॉन्सेप्ट नहीं था. यह थोपा गया था. मैं कहता रहता हूं कि हम किसी भी महिला को पत्नी नहीं कहते. हम उसे धर्मपत्नी कहते हैं.'
जगदगुरु की वाइफ शब्द को लेकर दिए गए बयान पर खूब आलोचना हुई थी. उन्होंने वाइफ का फुलफॉर्म बताते हुए कहा था, 'वाइफ का मतलब ब्यूटीफुल ऑब्जेक्ट फॉर इंज्वायमेंट है.' इस पर उनके खिलाफ देश के एक बड़े तबके ने आलोचना करते हुए कार्रवाई की मांग की थी.
संभल में 7 दिन चलेगी श्री राम कथा
यूपी के संभल में साप्ताहिक श्री कल्कि कथा का आयोजन 1 से 7 दिसंबर का आयोजन किया जा रहा है. इस दौरान दीप प्रचलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. इस कथा का कथावाचन जगदगुरु रामभद्राचार्य करेंगे. इस कार्यक्रम में मेहमानों के आने का सिलसिला जारी है. सरकार से सुरक्षा प्राप्त वीआईपी मेहमानों के साथ-साथ प्रतिदिन 10 से 15 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है.
कल्कि पीठाधीश्वर ने दी जानकारी
कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आयोजन की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिस तरह सदियों से रामकथा और कृष्णकथा होती रही है. उसी परंपरा में अब पहली बार भगवान कल्कि की कथा होगी. पुराणों में अंतिम अवतार कल्कि को माना गया है.
हेलिकॉप्टर से की गई पुष्पवर्षा
सोमवार को महायज्ञ में आहुति के साथ-साथ कथा का शुभारंभ होगा. इस उद्घाटन के समय महोत्सव स्थल पर हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश की गई.
संत समाज का समागम
इस कथा महोत्सव में सुधांशु जी महाराज, अवदेशानंद गिरि जी महाराज, स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज, गीता मनीषी मनीषी ज्ञानानंद जी महाराज,रविन्द् पुरी जी महाराज,पद्म विभूषित सदगुरु ब्रह्मेशानंद जी महाराज,स्वामी बालकानंद जी महाराज, बाबा बलरामदास हठ योगी जी महाराज, स्वामी यतींद्रानंद जी महाराज, ऋषिश्वरानंद जी महाराज, श्रीमहंत नारायण गिरि जी महाराज शामिल हुए हैं.