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Akhilesh Yadav Facebook Page: सपा चीफ अखिलेश यादव का फेसबुक पेज क्यों हुआ था सस्पेंड? आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिया ये जवाब
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का फेसबुक अकाउंट मेटा की ओर से अस्थायी रूप से सस्पेंड किया गया था. जानिए क्यों हुआ ये विवाद और सरकार ने क्या कहा.

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का फेसबुक पेज मेटा की ओर से सस्पेंड कर दिया गया था, जो करीब 19 घंटे बाद रिस्टोर हो गया है. वहीं जब इसको लेकर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव से पूछा गया तो उन्होंने इस पर कहा, 'इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है.' बता दें कि अखिलेश यादव का यह पेज पर लगभग 80 लाख फॉलोवर्स हैं, जहां वे नियमित रूप से अपने राजनीतिक विचार, कार्यक्रमों की जानकारी और जनता से जुड़ी बातें साझा करते हैं.
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'यह कार्रवाई फेसबुक द्वारा की गई है. इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है. उनके अकाउंट से एक अपमानजनक पोस्ट किया गया था, जिसके कारण फेसबुक ने अपनी नीतियों के अनुसार यह निर्णय लिया है...'
#WATCH | On Meta (Facebook) suspending (now revoked) Samajwadi Party MP Akhilesh Yadav's profile, Union I&B Minister Ashwini Vaishnaw says, "The action has been taken by Facebook. The government has no role in it. An abusive post was made from his account, because of which… pic.twitter.com/u3EnIwj9Xj
— ANI (@ANI) October 11, 2025
सोशल मीडिया पर शुक्रवार (10 अक्टूबर 2025) की शाम उस वक्त हलचल मच गई, जब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का आधिकारिक फेसबुक पेज अचानक ब्लॉक कर दिया गया. बताया गया कि यह कदम मेटा (फेसबुक) की कंटेंट पॉलिसी के तहत उठाया गया न कि किसी सरकारी निर्देश के तहत. सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव के पेज से एक हिंसक और अश्लील पोस्ट साझा किया गया था, जो फेसबुक की कम्युनिटी गाइडलाइंस का उल्लंघन माना गया. इस कारण कंपनी ने अपने एल्गोरिदम और नीतियों के आधार पर पेज को अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया.
समाजवादी पार्टी के नेताओं में गुस्सा
इस घटना के बाद विपक्ष ने इसे एक राजनीतिक साजिश करार दिया. समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार मिलकर विपक्षी आवाज़ों को दबाने की कोशिश कर रही हैं. अकाउंट सस्पेंड होने के बाद समाजवादी पार्टी के नेताओं और समर्थकों में गुस्सा फैल गया. पार्टी प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने सोशल मीडिया पर लिखा कि देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी का फेसबुक अकाउंट सस्पेंड करना लोकतंत्र पर हमला है. भाजपा सरकार ने अघोषित इमरजेंसी लगा दी है, जहां हर विरोधी आवाज को दबाया जा रहा है." सपा ने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि सोशल मीडिया कंपनियों पर राजनीतिक दबाव बढ़ रहा है, जिससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खतरे में पड़ सकती है.
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