Rajasthan Politics: राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने पीएम मोदी के बयान का पलटवार किया है. पीएम ने बुधवार (31 मई) को अजमेर की रैली में राजस्थान कांग्रेस की आपसी लड़ाई के मुद्दे को उठाया. टोंक से विधायक पायलट ने कहा, "राजस्थान में बीजेपी का नेतृत्व सक्षम नहीं है. पिछले साढ़े 4 साल में बीजेपी ने सदन में और सदन के बाहर यह प्रमाण नहीं दिया कि वो एक मजबूत विपक्ष है. उनके पास विधायकों की संख्या ठीक है फिर भी वो सभी मुद्दों पर फेल हुए हैं. जनता भी बीजेपी से अब उम्मीद खो चुकी है."


दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोला. राजस्थान (Rajasthan) के अजमेर (Ajmer) में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "2014 में आप लोगों ने कई साल बाद केंद्र में एक स्थिर सरकार बनाई. बीजेपी ने आपके हर आदेश की मर्यादा रखी है, मगर 5 साल पहले आपने राजस्थान में भी एक जनादेश दिया था और बदले में राजस्थान को क्या मिला, अस्थिरता और अराजकता. यहां 5 साल से मंत्री, विधायक और मुख्यमंत्री आपस में लड़ने में ही व्यस्त हैं." 


कांग्रेस की कलह खत्म करने की कोशिश


बता दें कि, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है. राजस्थान में इस साल के अंत में चुनाव भी होने जिसे देखते हुए कांग्रेस ने बीते सोमवार को दोनों नेताओं के मतभेदों को दूर करने की कोशिश की थी.






दोनों नेता एकजुट होकर चुनाव लड़ने पर सहमत


सोमवार को अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लंबी बैठक की थी. जिसके बाद कांग्रेस ने कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं. उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा.


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