सोशल मीडिया पर एक दिलचस्प वीडियो वायरल हो रहा है. दिलचस्प इसलिए क्योंकि दावा है कि क्वॉरंटीन सेंटर में मरीज मुर्गा मांग रहे हैं और ना देने पर नाराज हो रहे हैं. सच्चाई के सेंसेक्स में हमने इस वायरल वीडियो की पड़ताल की है.. और जानने की कोशिश की है कि गुस्से में मुर्गा मांगने वाले इस मरीज की असली कहानी क्या है.


क्या दावा किया जा रहा है?


वीडियो में अपना परिचय दे रहे सईद भोपाली मुट्ठी बांध कह रहे हैं कि वो शेर की औलाद हैं और रोज मटन खाते हैं.. रोज मटन खाना आम बात है.. लेकिन दावा ये है कि सईद भोपाली क्वॉरंटीन सेंटर में बैठकर खाने में चिकन मटन मांग रहे हैं.. वीडियो में आगे सईद भोपाली कहते दिखते हैं कि वो ये खाना किसी कीमत पर नहीं खाएंगे.


इसके बाद तो सईद भोपाली पूरे तेवर के साथ हाथ में रखी खाने की थाली वापस ले जाने को कहते हैं और घर से खाना मंगाने की बात करते हैं. ये वीडियो वॉट्सऐप पर वायरल हो रहा था लेकिन इसके पहले कि सईद भोपाली के अस्पताल में मुर्गा मटन मांगने की पूरी कहानी सामने आती उनका एक और वीडियो सामने आ गया जिसमें उनके सुर पूरी तरह बदले हुए थे. 38 सेकेंड के दूसरे वीडियो में सईद भोपाली ने दो बार खाने की तारीफ की और शिवराज मामा को भी याद करते हुए कहा कि मामा के राज में भांजे के तो मजे हैं.


सईद भोपाली का ये कायाकल्प बड़ा हैरान करने वाला था.. कि जो शख्स अस्पताल के बिस्तर पर बैठा मटन खाने पर अड़ा था वो अचानक भजिये खाकर खुश है और शिवराज सरकार की तारीफ भी कर रहा है.. फेसबुक पर दोनों वीडियो शेयर करते हुए कुछ लोगों ने लिखा- शायद इनका कुछ 'इलाज' हुआ होगा..


पड़ताल में सच्चाई क्या सामने आई


सईद भोपाली वीडियो में खुद ही बता रहे थे कि वो भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती हैं. एबीपी न्यूज संवाददाता ब्रजेश राजपूत ने वीडियो की पड़ताल की और सच जानने के लिए भोपाल के चिरायु अस्पताल पहुंचे. पड़ताल में पता चला कि सईद भोपाली सरकारी विभाग में पेशे से ड्राइवर हैं और दो वीडियो जारी करके तहलका मचाने वाले सईद भोपाली ने बाद में दो और वीडियो बनाए, जिसमें वो अस्पताल में मुर्गा मांगने वाले वीडियो पर शर्मिंदा थे और माफी भी मांग रहे थे.


सईद भोपाली जब अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर जा रहे थे तो चिरायु अस्पताल की तारीफ में गजब के कसीदे पढ़े. एक और वीडियो में वह कह रहे हैं, 'इनको एक रात का एक लाख भी मिले तो कम है, ये इतना शानदार काम कर रहे हैं.'


अस्पताल में सईद भोपाली चिकन मांग रहे थे लेकिन अचानक उनके सुर क्यों बदले इसकी वजह नहीं पता चल पाई.. 14 दिन तक अस्पताल में रहने के बाद सईद भोपाली अपने घर जा चुके हैं. हमारी पड़ताल में अस्पताल में मुर्गा मांगने वाले मरीज का दावा सच साबित हुआ है.


इंटरनेट पर फैल रहे हर दावे और अफवाह का सच जानने के लिए सोमवार से शुक्रवार एबीपी न्यूज़ पर 8.30 बजे 'सच्चाई का सेंसेक्स जरुर देखें.



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