Akhil Bharatiya Pratinidhi Sabha: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की प्रतिनिधि सभा का 21 मार्च से 23 मार्च तक आयोजन होगा. बेंगलुरु के चेलनड्डी में संघ की प्रतिनिधि सभा आयोजित होगी, जिसे संघ प्रमुख मोहन भागवत संबोधित करेंगे.
आरएसएस की प्रतिनिधि सभा की बैठक में संघ शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों को लेकर तैयारियों की समीक्षा की जाएगी. साल 2025 और 2026 में होने वाले कार्यक्रमों की विस्तृत रूप रेखा बनाई जाएगी. संघ के विस्तार और सुदृढ़ीकरण के लिहाज से रूपरेखा बनाई जाएगी. इस बैठक में देश और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कई ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा होगी.
प्रतिनिधि सभा की बैठक में कुछ प्रचारकों के आनुषंगिक संगठनों में पदस्थापन पर फैसले लिए जा सकते हैं. इसके अलावा बीजेपी में प्रचारक भेजने पर चर्चा की जा सकती है.
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा क्या हैअखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा आरएसएस की सबसे बड़ी निर्णायक बॉडी है. बेंगलुरु में होने वाली इस सभा में संघ के अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के सदस्य हिस्सा लेंगे. इस बैठक में देशभर से लगभग 1500 से 1600 संघ के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. संघ की ये बैठक हर साल मार्च में आयोजित की जाती है. ये संघ की स्थापना का 100वां साल है. विजयादशमी 2025 से लेकर विजयादशमी 2026 तक आरएसएस शताब्दी वर्ष मनाएगा. इस दौरान संघ के आगामी कार्यक्रमों को लेकर गहन विचार मंथन होगा.
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में ये संगठन होंगे शामिलअखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की इस बैठक में संघ के 45 प्रांतों के साथ-साथ सभी क्षेत्रों के प्रमुख और प्रांत प्रमुख मौजूद रहते हैं. आरएसएस के सभी 32 सहयोगी संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे. विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी), भारतीय मजदूर संघ (भामस), भारतीय किसान संघ (भाकस), अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के अलावा बीजेपी के भी कई पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. पिछले साल ये बैठक नागपुर में हुई थी और इस साल बेंगलुरु में हो रही है.
इस बैठक में सर संघचालक मोहन भागवत, सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबले, 6 सह सरकार्यवाह, सेवा प्रमुख, प्रचारक प्रमुख के अलावा अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य भी मौजूद रहेंगे.
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