Republic Day 2022: गणतंत्र दिवस के मौके पर एबीपी न्यूज़ और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Koo App ने मिलकर एक खास पहल की. इस पहल के तहत कू एप यूज़र्स को  #KooPeLikhoABPpeDekho हैशटैग के साथ स्वरचित कविता, शायरी या देश के नाम अपना संदेश लिखने को कहा गया. देशभक्ति के रंग को दिखाने के लिए इस कैम्पेन में कू यूज़र्स ने पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया.


लोगों ने इस पहल के बाद दिल खोल कर कू एप पर #KooPeLikhoABPpeDekho हैशटैग के साथ अपनी कविताएं और संदेश साझा किए. उन्हीं में से तीन लोगों की शायरी, कविता और देश के नाम संदेश को हमने चुना है और एबीपी न्यूज़ पर प्रकाशित किया.


अध्यापिका सुनीता बिश्नोलिया के स्वरचित कविता को भी एबीपी न्यूज़ ने चुना है. जयपुर निवासी सुनीता बिश्नोलिया ने जो कविता साझा की है वो कुछ इस प्रकार है:-


सुख समृद्धि,विद्याधन,अपूर्व कोष है भरा यहाँ, 


अद्भुत भारत जैसा जग में होगा कोई देश कहाँ.


दूर देश से आए बटोही,आओ तुम्हें बताता हूँ.


देश मेरे भारत की गौरव,गाथा तुम्हें सुनाता हूँ


जिसका मुकुट हिमालय-गंगा संस्कृति की धार,


ऊँचे दुर्ग-किलों में गूंजे, वीरों की जयकार.


ललकारे शत्रु को ललना,उन्हें ना भय जरासा है.


अद्भुतअतुल्य भारत मेरा,इतनी सी परिभाषा है.


 







इसके अलावा वैदेही खंडेलवाल की शायरी का भी एबीपी न्यूज़ ने चुनाव किया है. वैदेही लिखती हैं:-


बंदिशों में धड़कता वो एहसास
जो ना हो सके बयाँ सा हूं.
मैं हिंदुओं की गलियों में बजता
प्रीत की अज़ान सा हूं.


हूं सर्द रातों का मैं साथी
ह्रदय में ज्वाला लिए हूं.
जो खुदा के मायने पलट दे
उस प्रेम का प्याला पिए हूं.


हूं ग्रन्थ मैं हूं कुरान भी
हूं बाइबल का मैं सार लिए.
तू गलियों शहरों में लड़ मरता है
मैं हूं भीतर सारा संसार लिए.


 







संदीप जाखड़ ने गणतंत्र दिवस के मौके पर देश का नाम खास संदेश भेजा है. उन्होंने लिखा है, "इस गणतंत्र दिवस पर आओ मिलकर प्यार बढ़ाएं. इस हिंदू मुस्लिम की गंदी राजनीति को दूर भगाएं. हम सब मिलकर तिरंगे के नीचे एक दूसरे के गले मिलकर मुस्कराएं. आओ मिलकर गणतंत्र दिवस मनाए. हम सब एक दूसरे का हाथ पकड़कर इन नेताओं को बताए कि अब राजनीति नहीं चलेगी जातिवाद पर आप सभी नेता मिलकर देश में बेरोज़गारी,महंगाई, विकास का नया रोड मैप लेकर आएं. आओ मिलकर नये सपनों का भारत बनाएं जय हिंद."