नई दिल्लीः आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेंगलुरू में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के कर्मचारियों के साथ मुलाकात की. दोपहर बाद राहुल गांधी एचएएल के हेड ऑफिस के बाहर कंपनी के कर्मचारियों के साथ संवाद करने के लिए पहुंचे. इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने दावा किया कि राहुल गांधी से मुलाकात में 75 फीसदी पुराने और 25 फीसदी मौजूदा एचएएल कर्मचारी पहुंचे थे. मिली जानकारी के मुताबिक एक कर्मचारी ने कहा एचएएल को राफेल का ठेका न मिलना शर्मनाक है.
राहुल गांधी ने वहां एचएएल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि एचएएल सिर्फ एक कंपनी नहीं है और जब भारत को आजादी मिली थी देश ने कुछ खास क्षेत्रों में रणनीतिक ऐसेट बनाए थे. एचएएल देश को एयरोस्पेस में ले जाने वाला स्ट्रेटेजिक ऐसेट है. आपने जो कार्य इस देश के लिए किया है वो शानदार है और देश आपका कर्जदार है. हालांकि राहुल गांधी के कार्यक्रम में जाने से पहले खबर आई थी कि एचएएल कर्मचारी एसोसिशन ने उनसे मिलने से इंकार कर दिया है. एचएएल कर्मचारी एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी ने कहा कि हम सरकार का प्रतिनिधित्व करते हैं. प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का प्रतिनिधित्व करते हैं. हालांकि उन्होंने रफाल का कॉन्ट्रैक्ट न मिलने का दर्द जरूर जताया लेकिन इसका अर्थ ये नहीं बताया कि सरकार के खिलाफ हैं.
इस कंपनी जाने से पहले राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि एचएएल देश की सामरिक संपत्ति है. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश की एयरोस्पेस इंडस्ट्री का भविष्य ऑफसेट पार्टनर का गिफ्ट अनिल अंबानी को देकर बर्बाद कर दिया गया है. राहुल गांधी ने कहा कि आइए और देश की रक्षा करने वाले एचएएल के गौरव की रक्षा कीजिए.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, " एचएएल भारत की सामरिक संपत्ति है. राफेल का कॉन्ट्रैक्ट अनिल अंबानी को देने से भारत के एयरोस्पेस इंडस्ट्री के भविष्य को बर्बाद कर दिया गया है". उन्होंने आगे कहा, "भारत की रक्षा करने वाले के गौरव की रक्षा करने के लिए आइए. मैं बेंगलुरू में एचएएल के कर्मचारियों के साथ खड़े होने के लिेए आया हूं. आप सब भी आइए एचएएल हेडक्वार्टर के पास 3 बजे. "