Rampur Upchunav :  रामपुर सदर विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार आकाश सक्सेना का कहना है कि समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता आजम खान ने मुसलमानों को बीजेपी का डर दिखाकर उनसे उनका सबकुछ छीनने की कोशिश की और उनके प्यार को गुलामी समझा. उन्होंने कहा कि रामपुर के मुसलमान अब हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा छोड़कर उज्ज्वल भविष्य की तरफ देख रहे हैं. इस बार वे नया इतिहास रचने का मन बना चुके हैं.


मुसलमानों के प्यार को गुलामी समझा


सक्सेना ने कहा कि रामपुर से 10 बार विधायक रह चुके आजम खान ने यहां के मुसलमानों के प्यार को गुलामी समझा और यह उपचुनाव मुस्लिमों के लिए उस दासता को उतार फेंकने का सुनहरा मौका है.


बीजेपी का डर दिखाकर बनाया गुलाम


उन्होंने 'पीटीआई-भाषा' से बातचीत में कहा, 'आजम खां ने दूसरा नवाब बनने की कोशिश की. नतीजा यह हुआ कि रामपुर का कारोबार चौपट हो गया और मुस्लिम नौजवानों का भविष्य अधर में लटका रहा है.'


मुस्लिम युवाओं का मिल रहा समर्थन


सक्सेना ने कहा, 'जहां तक रामपुर के मुसलमानों की बात है तो अब वे आजम खान के हिंदू-मुस्लिम के मुद्दे को छोड़कर उद्योग और रोजगार की बात कर रहे हैं. जिस तरह से युवा साथियों का समर्थन मिल रहा है, उससे यह साबित होता है कि यहां का मुसलमान इतिहास रचने का मन बना चुका है. रामपुर का परिणाम ऐतिहासिक होगा और यह देश की दिशा और दशा तय करेगा.'


आजम खान की सदस्यता रद्द होने के बाद अपचुनाव


गौरतलब है कि रामपुर सदर विधानसभा सीट नफरत भरा भाषण देने के मामले में आजम खां को तीन साल की सजा सुनाए जाने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता खत्म किए जाने के चलते खाली हुई है. इस सीट पर उपचुनाव के तहत आगामी पांच दिसंबर को मतदान होगा और परिणाम की घोषणा आठ दिसंबर को होगी. सपा ने इस सीट पर आजम खां के करीबी आसिम राजा को टिकट दिया है. जबकि भाजपा ने आकाश सक्सेना को उम्मीदवार बनाया है. रामपुर विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम बहुल इलाका है जहां मुसलमान मतदाता लगभग 60 प्रतिशत हैं.


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