Ram Mandir Inauguration: 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर अयोध्या तैयार है. समारोह को लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही है. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित हजारों लोग शामिल होंगे. इस बीच राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने गुरुवार (11 जनवरी) को एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. उन्होंने इस दौरान बताया कि पीएम मोदी ने अब तक मंदिर निर्माण को लेकर क्या सुझाव दिए हैं. 


क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपको कोई सुझाव देते हैं? इस सवाल पर राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा, ''मेरी उनसे रोज मीटिंग नहीं होती. दो से तीन महीने में बैठक होती है. कोई विषय आता है तो उनके कार्यालय (पीएमओ) को अनुरोध करता हूं. पीएम मोदी कभी-कभी सवाल करते हैं कि कोई अड़चन तो नहीं आ रही? इसको लेकर उन्हें विश्वास दिलाया जाता है कि कार्य चल रहा है.''


'पीएम मोदी कभी-कभी सुझाव देते हैं' 
मिश्रा ने आगे कहा, ''पीएम मोदी कभी-कभी सुझाव देते हैं, लेकिन कभी वो आदेश नहीं करते. एक समय में पीएम मोदी ने सुझाव दिया था कि निर्माण हो रहा है, लेकिन इसकी हेरिटेज वैल्यू है. सांस्कृतिक पुनरुत्थान वैल्यू है. इसे तकनीकी उपलब्धियों से जोड़ा जा सकता है. ये ही कारण है कि उन्होंने (पीएम मोदी) कहा कि राम नवमी के दिन ऐसी व्यवस्था की जाए कि सूरज की किरणें शिखर से आकर 12 बजे रामलला के माथे पर पड़ें. ऐसा हुआ तो अच्छा लगेगा. इसके बाद हमने वैज्ञानिक लैब से अनुरोध किया. ये होने जा रहा है.''






नृपेंद्र मिश्रा ने क्या कहा?
नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि एक बार पीएम मोदी ने सामाजिक समरसता की बात की. उन्होंने (पीएम मोदी) कहा कि राम भगवान वनवास से लौटे तो वो मर्यादा पुरुषोत्तम राम हो गए. राम भगवान सभी के लिए आदर्श हो चुके थे. ऐसे में पीएम मोदी ने सुझाव दिया कि परिसर में सामाजिक समरसता के लिए ऐसे मंदिर भी बनाए जाएं जिनके संपर्क में राम भगवान आए थे. 


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